- रोजगार की संभावनाओं को लेकर इग्नू के कुलपति ने दिए निर्देश
- शुरू किए जाएंगे फ्रेंच, स्पैनिश, जर्मन व अरेबिक पाठ्यक्रम
- वैदिक अध्ययन, हिंदी व्यावसायिक लेखन, हिंदू अध्ययन, संस्कृत, ज्योतिष, भारतीय कालगणना व वैदिक गणित की होगी पढ़ाई
बस्ती। इंदिरा गांधी ओपेन यूनिवर्सिटी यानी कि इग्नू में अब विदेशी भाषाओं व भारतीय ज्ञान परंपराओं से संबंधित पाठ्यक्रम शामिल जाएंगे। इसके लिए इग्नू के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव ने सभी अध्ययन केंद्रों के निदेशकों को निर्देश दिए हैं।
कुलपति प्रो. राव ने कहा है कि समाज के वंचित वर्गों को उच्च शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने में इग्नू की मुख्य भूमिका है। इस विश्वविद्यालय में जहां अनुसूचित जातियों व जनजातियों को स्नातक स्तर पर निश्शुल्क प्रवेश दिया जा रहा है, वहीं आम विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम भी संचालित किया जा रहा है। जहां से शिक्षा अर्जित कर विद्यार्थी अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।
कुलपति ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अब चार वर्षीय स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं। जिनके तहत विदेशी भाषाओं के पाठ्यक्रम जैसे फ्रेंच, स्पैनिश, जर्मन व अरेबिक पाठ्यक्रमों में रोजगार की पर्याप्त संभावनाएं हैं। वहीं भारतीय ज्ञान परंपरा से संबंधित पाठ्यक्रमों में वैदिक अध्ययन, हिंदी व्यवसायिक लेखन, हिंदू अध्ययन, संस्कृत, ज्योतिष, भारतीय कालगणना, वैदिक गणित व भारतीय संस्कृति का अध्ययन कर युवा रोजगार हासिल कर सकते हैं।
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दिशा-निर्देश का होगा अनुपालन
इग्नू के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव व वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह ने नए पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जनवरी 2024 सत्र के सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 31 जनवरी अंतिम तिथि घोषित की गई है। इनमें प्रवेश के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं है, यदि किसी की शिक्षा में कोई गैप हो जाता है तो भी इग्नू से जुड़कर ज्ञान का संवर्धन कर सकते हैं। - डॉ. एसपी सिंह, समन्वयक, इग्नू अध्ययन केंद्र, एपीएन पीजी कॉलेज बस्ती।
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