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Friday, December 1, 2023

श्रीमद्भागवत कथा को मात्र सुनने से नहीं बल्कि अपने जीवन में उतारने से होगा उद्धार - महेश शुक्ल

 वॉयस ऑफ बस्ती संवाददाता

बस्ती। हरैया विकासखण्ड के महादेवरी गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा का शुक्रवार को समापन हुआ। कथा में पहुँचे भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश शुक्ल को कथा व्यास  तथा आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। महेश शुक्ल ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा को मात्र सुनने से नहीं बल्कि अपने जीवन में उतारने से उद्धार होगा। उन्होंने कहा कि आज के समय में भी कथा सुनने का पुण्य राजा परीक्षित जितना ही है बशर्ते कथा सुनने व सुनाने वाले की मनःस्थिति भी राजा परीक्षित और मुनि शुकदेव जैसी ही हो।


कृष्ण सुदामा मित्रता की कथा का विस्तार से वर्णन करते हुए कथा व्यास विश्वामित्र ने कहा कि भगवान का भजन करने वाला, जाप करने वाला कभी निर्धन नहीं हो सकता, सुदामा तो भगवान के मित्र थे, यदि संत नहीं बन सकते तो संतोषी बन जाओ। संतोष सबसे बड़ा धन है। सुदामा की मित्रता भगवान के साथ निरूस्वार्थ थी। उन्होंने कभी उनसे सुख, साधन या आर्थिक लाभ प्राप्त करने की कामना नहीं की, लेकिन सुदामा की पत्नी द्वारा पोटली में भेजे गए चावलों में भगवान श्रीकृष्ण से सारी हकीकत कह दी और प्रभु ने बिन मांगे ही सुदामा को सब कुछ प्रदान कर दिया।

इस अवसर पर गिरीश पाण्डेय, प्रेम शंकर ओझा, राममोहन शुक्ल, विनोद शुक्ल, सुधीर शुक्ल, दुखहरन शुक्ल, मंटू पाण्डेय, शिवाकांत पाण्डेय, संतोष कुमार शुक्ल, रवीश मिश्र, शुभम शुक्ल, शिव शंकर शुक्ल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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