बस्ती। लोक निर्माण विभाग खण्ड-1 अधिशाषी अभियन्ता कार्यालय में तैनात शिवपूजन पुत्र बद्दर निवासी ग्राम टेमा, थाना नगर बस्ती फर्जी अभिलेखों पर 1992 से नौकरी कर रहा है। विभाग को इसकी भनक तक नही लगी। इसी गांव के दिवाकर पाण्डेय पुत्र रामप्रसाद पाण्डेय की शिकायत पर मामले की जांच हो रही है।
जबकि शिवमोहर नाथ पाण्डेय जनता इण्टर कालेज, नगर बाजार बस्ती के कार्यालय ने सम्बन्धित अभिलेख को फर्जी करार दिया है। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस की जांच में भी अभिलेख के फर्जी पाये जाने की पुष्टि हुई। आपको बता दें आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक अधिशाषी अभियन्ता ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि शिवपूजन लोक निर्माण विभाग में 01 नवम्बर 1992 से मेट के पद पर नौकरी कर रहा है।
विभाग में जमा किये गये अभिलेख में स्थानान्तरण का सत्यापन कराया जा रहा है जिसके फर्जी होने का दावा शिकायतकर्ता ने किया है। सत्यापन की रिपोर्ट आने पर आगे की कार्यवाही की जायेगी। शिवपूजन द्वारा विभाग में जमा किये गये स्थानान्तरण प्रमाण पत्र में उसकी जन्मतिथि 25 अक्टूबर 1968 है जिसके अनुसार 2028 में वह निवृत्त हो जायेगा। तब तब के लिये विभागीय सांठगांठ के आधार पर शिवपूजन को अभयदान मिलता आ रहा है। शिकायतकर्ता ने कहा मामले की अविलम्ब जांच करवाकर शिवपूजन को भुगतान किये गये धनराशि की रिकवरी करते हुये उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाना जरूरी व न्यायसंगत है।
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