सूचना देने में अधिकारी करते हैं हीलाहवाली - महेन्द्र श्रीवास्तव
बस्ती। कांग्रेस आर.टी.आई. विभाग के प्रदेश महासचिव एवं बस्ती, गोरखपुर मण्डल प्रभारी महेन्द्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में गुरूवार को सूचना का अधिकार को निष्क्रिय बनाये जाने के विरोध में काला पट्टी, काला वस्त्र पहनकर शास्त्री चौक पर उपवास करते हुये धरना दिया।
धरने को सम्बोधित करते हुये कांग्रेस नेता महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि 12 अक्टूबर 2005 को सूचना का अधिकार अर्थात राईट टू इन्फॉरमेशन पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की सरकार में लागू हुआ। इससे देश की जनता को जानकारी हासिल करने का विधिक अधिकार मिल गया किन्तु केन्द्र की मोदी और उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ की सरकार में सूचना के अधिकार को कमजोर कर दिया गया है। विभागीय जन सूचना अधिकारी सूचना देने में कोई रूचि नहीं दिखाते और लोगों को दौड़ाया जाता है। कभी-कभी तो सूचना मांगने वालों को धमकियां तक दी जाती है किन्तु तंत्र तमाशबीन बना रहता है। उन्होने मांग किया कि सूचना अधिकार को प्रभावी बनाया जाय।
कांग्रेस आर.टी.आई. विभाग की जिला चेयरमैन कैशर शाहजादी, बनकटी की नगर पंचायत अध्यक्ष रीता साहनी ने कहा कि पूर्व की डा. मनमोहन सिंह की सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ घूस को घूसा दिखाने के लिये सूचना अधिकार कानून लागू किया गया। कांग्रेस ने देश के आम नागरिक को सवाल पूंछने और जानकारी लेने का कानूनी अधिकार दिया किन्तु भाजपा की सरकार में सूचना अधिकार को भोथरा बना दिया गया है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सूचना अधिकार को प्रभावी बनाने को लेकर लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
उपवास और धरने में मुख्य रूप से अनीता, हसीना खातून, शबनब खातून, कविता, पूनम, मंजू देवी, पूनम, सरिता आस मोहम्मद, अमरीक सिंह, सुशील श्रीवास्तव, अकबर, अतहर, राम मोहन मिश्र, तरूण, अवधेश सिंह, रामधीरज चौधरी आदि शामिल रहे।
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