बस्ती। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने गुरूवार को प्रेस क्लब सभागार में संघ पदाधिकारियों के साथ पत्रकारोें से वार्ता के दौरान कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के एक सूत्रीय मांग को लेकर पेंशन बहाली संयुक्त मंच ‘एन.जे.सी.ए.’ राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर 21 अक्टूबर शनिवार को पुरानी पेंशन बहाल किये जाने के एक सूत्रीय मांग को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन के बाद पदयात्रा करते हुये जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा जायेगा।
पत्रकारों के प्रश्नोें का उत्तर देते हुये संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने कहा कि पेंशन बुढापे की लाठी है। एनपीएस प्रणाली शिक्षकों, कर्मचारियोें के साथ विश्वासघात है। कहा कि देश में ही हिमांचल प्रदेश सहित अनेक राज्यों में पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दी गई है। इसे देखते हुये केन्द्र की सरकार व्यापक हितोें को देखते हुये समूचे देश के शिक्षकों, कर्मचारियों के लिये इसे लागू करें अन्यथा चरणबद्ध ढंग से आर-पार का संघर्ष जारी रहेगा। उन्होने बताया कि 21 अक्टूबर शनिवार को पुरानी पेंशन बहाल किये जाने के एक सूत्रीय मांग को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन के बाद एनपीएस की शव यात्रा निकालकर पदयात्रा करते हुये जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपने के साथ ही उसका पुतला फूंका जायेगा।
प्रेस वार्ता में संघ के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष अखिलेश मिश्र, जिला मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह, कोषाध्यक्ष अभय सिंह यादव, मारूफ खान, आशुतोष पाण्डेय, ईश्वरचन्द, जिला प्रवक्ता सूर्य प्रकाश शुक्ल,आदि ने कहा कि शिक्षक और कर्मचारियों के लिये पुरानी पेंशन बुढापे की लाठी है। कई राज्य सरकारोें ने इसे लागू भी कर दिया है किन्तु केन्द्र की सरकार इस दिशा में गंभीर नही है। कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती चरणबद्ध ढंग से आन्दोलन जारी रहेगा। पेंशन शिक्षकों, कर्मचारियोें का अधिकार है, इसे लेकर रहेंगे। कहा कि पुरानी पेंशन लागू करना ही होगा। इसके लिये शिक्षक और कर्मचारी हर स्तर के संघर्ष के लिये तैयार रहेें। यदि अभी न चेते तो बुढापे में चौतरफा संकट झेलना होगा।
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