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Friday, September 15, 2023

हिंदी में विविध भाषाओं, बोलियों एवं संस्कृतियों का समावेश है- संजय यादव

 


लखनऊ। पूर्वाेत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में 14 से 28 सितम्बर तक मनाये जाने वाले ‘‘हिंदी पखवाड़ा’’ के अवसर पर आज मंडल रेल प्रबन्धक कार्यालय, लखनऊ के बहुउद्देशीय हॉल में आयोजित उद्घाटन समारोह मंे अपर मण्डल रेल प्रबन्धक संजय यादव ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ0 रीता चौधरी, प्रोफेसर (हिन्दी विभाग), लखनऊ विश्वविद्यालय को पुष्प गुच्छ प्रदान कर स्वागत किया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ, मुख्य अतिथि डॉ0 रीता चौधरी, अध्यक्ष अपर मण्डल रेल प्रबन्धक/इंफ्रा संजय यादव एवं अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मण्डल रेल प्रबंधक/परिचालन विक्रम कुमार व शाखाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इसके पश्चात मण्डल के कलाकारों ने सांस्कृृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

इसके उपरांत अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मण्डल रेल प्रबंधक/परिचालन  विक्रम कुमार ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि लखनऊ मंडल पर आयोजित होने वाले हिंदी पखवाड़ा-2023 के उद्घाटन के अवसर पर आप सभी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि कर्मचारियों में हिंदी प्रयोग के प्रति अभिरुचि उत्पन्न करने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम, हिंदी साहित्यकारों की जयंतियाँ, तकनीकी संगोष्ठी, हिंदी कार्यशालाएं तथा प्रतियोगिताओं जैसे हिंदी सामान्य ज्ञान, वाक् प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन किया जायेगा। निश्चय ही, हम सब इससे लाभान्वित होंगे।

अध्यक्षीय सम्बोधन में अपर मण्डल रेल प्रबन्धक संजय यादव ने कहा कि आप सभी को हिंदी दिवस 14 सितंबर की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ। हमारे लखनऊ मण्डल को लगातार चौथी बार नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (कार्यालय-3), लखनऊ की 71 केन्द्रीय कार्यालयों की छमाही बैठक में राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। हिंदी का उद्भव एवं विकास भारत की क्षेत्रीय भाषाओं के साथ हुआ है। इसलिए हिंदी में विविध भाषाओं, बोलियों एवं संस्कृतियों का समावेश है, जो भारतीय सभ्यता, संस्कृति, साहित्य एवं दर्शन को सहेजने एवं समझने की सहज, उन्नत, समृद्ध और वैज्ञानिक भाषा है। वर्तमान में हिंदी देश के सभी भाषा-भाषियों के मध्य भावों और विचारों की अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है।

हमारी भारतीय रेल देश की जीवन रेखा है, जो देश के कोने-कोने के यात्रियों को उनके गंतव्य पर पहुँचाती है और सह-यात्रियों को एक-दूसरे से संपर्क कराती है। इस प्रकार भारतीय रेल संपर्क भाषा के रूप में राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार एवं समृद्धि में अत्यधिक योगदान करती है।

मुझे खुशी है कि मंडल के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा ई-ऑफिस सहित समस्त सरकारी कामकाज मूल रूप से हिंदी में किया जा रहा है। चूँकि पूर्वाेत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल का समूचा कार्यक्षेत्र राजभाषा की दृष्टि से ’क’ क्षेत्र में पड़ता है, इसलिए हमारा दायित्व और भी बढ़ जाता है कि हम सब राजभाषा से संबंधित समय- समय पर जारी दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत पालन करें।

समारोह की मुख्य अतिथि डॉ0 रीता चौधरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वाधीनता की लड़ाई में जन-जन तक हिन्दी भाषा ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हिंदी भाषा राष्ट्रचेतना की सम्वाहिका के रूप में कार्य करती है। भारत वर्ष में रेलवे की हिन्दी के प्रचार प्रसार में भूमिका अतुलनीय एवं अनुकरणीय है। उन्होने कहा कि भाषा हमेशा अपनी भावनाओं व संवेदनाओं को प्रकट करती है। इसी भाव से हिन्दी को भाषा के रूप में अपनाईयें। इस अवसर पर वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री सत्यदेव पाठक ने अपनी दो कविताओं जिसका शीषर्क ’मेरी हिन्दी भाषा’ एवं ’हिन्दी हमारा गौरव’ का काव्य पाठ किया।

कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा अधिकारी एवं मंडल वित्त प्रबन्धक  उमेश कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर ओ.बी.सी एसोसिएशन के मण्डल अध्यक्ष सी.पी.वर्मा तथा कर्मचारी उपस्थित थे।


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