बस्ती (हर्रैया)। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत चल रहे आयुष्मान भवः अभियान के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हर्रैया के आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बेलभरिया में आज राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के बैनर तले टीबी रोग की जागरूकता हेतु सामुदायिक बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में लोगों को टीबी रोग के लक्षण, जांच, बचाव के साथ साथ निक्षय पोषण योजना की जानकारी देते हुए एसटीएस राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) एक संक्रामक रोग है जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण व्यक्ति के फेफड़ों को प्रभावित करता है। पल्मोनरी ट्यूबरक्लोसिस लोगों में पाए जाने वाले सबसे आम प्रकार की टीबी में से एक है। इस प्रकार की टीबी फेफड़ों को प्रमुख रूप से प्रभावित करती है और दो सप्ताह से अधिक खांसी हो, बलगम आ रहा हो, वजन घट रहा हो, बलगम के साथ खून आ रहा हो, सीने में दर्द महसूस हो, अकारण पसीना हो रहा हो यह टीबी के लक्षण है।
सीएचओ प्रीती यादव ने बताया कि टीबी के रोगी का जब बीच में इलाज छूट जाता है तो वह एक दिन एमडीआर मल्टी ड्रग रजिस्टेंस की स्थिति में पहुंच जाता है। दवा नियमित समय से लें और दवा को छोड़े नहीं।
इस मौके पर एएनएम निधि, आशा बबिता पाण्डेय, शोभावती, शांती देवी, सुमित्रा देवी, योगमाया मिश्रा, वंदना त्रिपाठी बीएच डब्ल्यू द्रोपती सिंह पुन्नी लाल, संदीप कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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