जयपुर। पूर्व मंत्री और राजस्थान के उदयपुरवाटी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक राजेंद्र गुढ़ा शनिवार को शिवसेना के शिंदे गुट में शामिल हो गए। गुढ़ा ने लाल डायरी को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था।
राजेंद्र गुढ़ा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में अपने पैतृक गांव गुढ़ा (नीमकाथाना) में पार्टी में शामिल हुए। उन्हें संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है।
शिंदे ने गुढ़ा का शिवसेना में उनका स्वागत किया।
गुढ़ा पहले भी बसपा और कांग्रेस में काम कर चुके हैं। शिंदे ने कहा कि गहलोत ने जो किया उसका जवाब जनता देगी। गुढ़ा ने क्या गलती की? क्या सच का साथ देना गुनाह है? उन्होंने राजस्थान में कानून व्यवस्था और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर आवाज उठाई थी।
शिंदे ने कहा कि गुढ़ा ने मंत्री पद छोड़ा, लेकिन सच्चाई नहीं छोड़ी। राजेंद्र गुढ़ा का शिवसेना में स्वागत है। गुढ़ा जब भी महाराष्ट्र आते थे तो उन्हें वहां रहने वाले राजस्थानियों की चिंता सताती थी। हम महाराष्ट्र में रहने वाले हर राजस्थानी का ख्याल रखेंगे।
शिंदे ने आगे कहा, मैंने भी आपकी (गुढ़ा) तरह मंत्री पद छोड़ा था। मैंने बाला साहेब के विचारों और आदर्शों के लिए मंत्री पद छोड़ा था। सत्य के लिए राजेंद्र गुढ़ा ने मंत्री पद छोड़ा, राजस्थान में कानून व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए।
गुढ़ा ने मंत्री रहते हुए जुलाई में विधानसभा में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे। विधानसभा में जब कांग्रेस विधायकों ने मणिपुर हिंसा और महिलाओं के नग्न घूमने का मुद्दा उठाया था तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा था कि रेप के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर है।
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