नई दिल्ली। दिल्ली सरकार सेवा विभाग ने मंत्री सौरभ भारद्वाज से अपने सचिव की सेवाओं को जारी रखने या उनकी सेवा नहीं लेने के फैसले पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है। इस मामले से जुड़े सचिव पर एनडीएमसी में पिछले कार्यकाल के दौरान ‘कदाचार’ में संलिप्त रहने का आरोप है। इस पत्र को लेकर सरकार की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
जल, स्वास्थ्य, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण और शहरी विकास जैसे कई विभाग संभालने वाले सौरभ भारद्वाज को भेजे पत्र में विभाग ने उनके सचिव ओम प्रकाश मिश्रा के कदाचार की पिछली घटनाओं पर प्रकाश डाला है। पत्र में कहा गया है कि एक उदाहरण नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) में उनके कार्यकाल से संबंधित है। दानिक्स कैडर के अधिकारी मिश्रा वर्तमान में भारद्वाज के सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
दानिक्स अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा
इस मामले में सीबीआई ने 24 जनवरी 2022 को एनडीएमसी से ओम प्रकाश मिश्रा के खिलाफ पार्किंग स्थलों का संचालन डीआईएमटीएस लिमिटेड को सौंपने के मामले में विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की थी। दानिक्स अधिकारी मिश्रा पर आरो है कि उन्होंने वित्त और कानूनी विभाग की सलाह के बावजूद एनडीएमसी की परिषद की मंजूरी नहीं ली थी। सेवा विभाग ने सौरभ भारद्वाज को संबोधित करते हुए कहा है कि चूंकि आपका कार्यालय सार्वजनिक कार्यों की संवेदनशील प्रकृति से संबंधित है, इसलिए अनुरोध है कि उपरोक्त अधिकारी के कथित कदाचारों को ध्यान में रखते हुए विचार करें।
क्या ओपी मिश्रा को दानिक्स 1995 की सेवाओं में जारी रखा जाए या किसी उपयुक्त अधिकारी को तैनात किया जाए। बता दें कि सीबीआई ने दानिक्स अधिकारियों को लेकर मिली शिकायत की जांच करने के बाद विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की थी, लेकिन अभी तक इस मामले में आरोपी अधिकारियों के खिलाफ विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया है।
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