बस्ती । महर्षि कश्यप के जयन्ती अवसर पर पाण्डेय बाजार स्थित मारवाडी मंदिर से गांधीनगर श्री हनुमान मंदिर तक विशाल शोभा यात्रा निकाली गई। कसौधन महासभा के जिलाध्यक्ष वृजकिशोर कसौधन के संयोजन में निकाली गई शोभा यात्रा में सबसे आगे कश्यप महाराज की झांकी और उसके बाद अग्रसेन महाराज, मोदक महाराज, नरहरि महाराज, गजनाथ गोविन्द महाराज आदि की झांकियां आकर्षण का केन्द्र रही। शोभा यात्रा पाण्डेय बाजार से मंगलबाजार, रोडवेज होते हुये गांधीनगर पहुंची।
मुख्य अतिथि भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं कसौधन महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पवन कसौधन ने कहा कि महर्षि कश्यप ने अधर्म का पक्ष कभी नहीं लिया, चाहे इसमें उनके पुत्र ही क्यों न शामिल हों। महर्षि कश्यप राग-द्वेष रहित, परोपकारी, चरित्रवान और प्रजापालक थे। वे निर्भीक एवं निर्लाेभी थे। कश्यप मुनि निरन्तर धर्माेपदेश करते थे, जिनके कारण उन्हें ‘महर्षि’ जैसी श्रेष्ठतम उपाधि हासिल हुई। समस्त देव, दानव एवं मानव उनकी आज्ञा का अक्षरशः पालन करते थे। उन्हीं की कृपा से ही राजा नरवाहनदत्त चक्रवर्ती राजा की श्रेष्ठ पदवी प्राप्त कर सका। ऐसे महान पुरूषों के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिये। कहा कि महर्षि कश्यप द्वारा संपूर्ण सृष्टि की सृजना में दिए गए महायोगदान की यशोगाथा हमारे वेदों, पुराणों, स्मृतियों, उपनिषदों एवं अन्य अनेक धार्मिक साहित्यों में भरी पड़ी है, जिसके कारण उन्हें ‘सृष्टि के सृजक’ उपाधि से विभूषित किया जाता है।
शोभा यात्रा में शिवा जी मोदनवाल, लक्ष्मी मोदनवाल, धमेन्द्र चौरसिया, वृजकिशोर कसौधन, मनोज कसौधन, दिलीप कसौधन, हिमांशु कसौधन, रवि कसौधन, अर्जुन साहू, दलजीत गुप्ता, धु्रप कसौधन, मनोज सर्राफ, गोपाल मद्धेशिया, अमीरचंद गुप्ता, आदर्श, भैयालाल, कृष्ण कुमार गुप्ता, श्याम कसौधन, अनिल कसौधन, देवांशु कसौधन, गिरधारीलाल कसौधन, गोपाल कसौधन, पूरनचंद कसौधन, सतीश चन्द्र कसौधन, सन्तोष कसौधन, मदन लोहिया, रघुनन्दन साहू, राम गोपाल कसौधन, राजाराम कसौधन, कंचन कसौधन, किरन, सरोज, सुमन, श्रद्धा, बीना, मंजू, दिव्या, सीमा गुप्ता, आंकाक्षा, अन्नू, सृष्टि, पूजा, वैष्णवी, मुस्कान कसौधन, आदर्श, विनय, राधेश्याम, कृष्ण कुमार, अजीत, शिवम कसौधन, राजेन्द्र कसौधन के साथ ही वैश्य समाज एवं समाज के विभिन्न वर्गाे के लोग शामिल रहे।
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