बस्ती। अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023-24 के तहत उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूल कैरिकुलम के माध्यम से अध्यापकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण का जिलाधिकारी अंद्रा वामसी एवं मुख्य विकास अधिकारी जयदेव सी.एस. ने नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र बस्ती पर स्थित नाना जी देशमुख सभागार मे दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
जिलाधिकारी ने केन्द्र के वैज्ञानिकों को निर्देशित किया कि केन्द्र पर वर्ष भर विभिन्न प्रजाति के मोटे अनाजों जैसे सांवा, कोदो, मडुवा, ज्वार आदि का उत्पादन करने हेतु प्रशिक्षण व प्रर्दशन कराये, जिससे बेरोजगार नवयुवक स्वरोजगार के रूप में इसे अपनाकर स्वास्थ्य वृद्धि व आय अर्जित कर सकें। जिलाधिकारी ने बताया कि परंपरागत फसलों के अपेक्षा मोटे अनाजों में पोषक तत्व ज्यादा होते हैं। उन्होने इण्डो इजराइल फल उत्कृष्टता केन्द्र का भ्रमण किया और इस केन्द्र द्वारा किसानो के हित में किए जा रहे कार्याे की सराहना की।
उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के सहयोग से संचालित काला नमक धान की विभिन्न प्रजातियों के ट्रायल, पाली हाउस, नेट हाउस, मातृवृक्ष फल पौधशाला, जगरी यूनिट कंापलेक्स, बकरी पालन, मुर्गी पालन एवं जैविक उत्पादन इकाई (वर्मी कंपोस्ट एवं अजोला यूनिट) का अवलोकन किया। उन्होंने नेट हाउस व फलवृक्ष मातृ पौधशाला में लगी हुई आम, चीकू, शरीफा, सेब, अंजीर, नीबूं, आवला, कटहल, लीची, पपीता आदि की विभिन्न किस्मों को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की तथा निर्देशित किया कि इनकी अधिक से अधिक पौध तैयार कर अध्यापकों के माध्यम से किसानों में पहुचाएं।
मुख्य विकास अधिकारी ने मोटे अनाज की खेती को जनपद में बढावा देने हेतु वैज्ञानिकों को निर्देश दिया कि कार्ययोजना बनाकर किसानों को मिलेट क्राप की तकनीक पर प्रशिक्षण व प्रर्दशन आयोजित करे।ं केन्द्र के अध्यक्ष डा. एस. एन. सिंह ने अपने सबोधंन मे कहा कि पाली हाउस में बेमौसमी सब्जियों की पौध उपलब्ध हैं। उपनिदेशक कृषि अनिल कुमार ने मोटे अनाजो की महत्ता पर बल दिया।
केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. डी.के. श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि केन्द्र द्वारा जिले की गौशालाओं को निःशुल्क नैपियर घास वितरित की जा रही है। किसानों तक कृषि तकनीकों को पहुंचाने हेतु प्रगतिशील कृषकों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिस पर आवश्यक सलाहकारी सेवाएं समय-समय पर दी जाती हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. बी.बी सिंह ने किया । इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी मनीष कुमार सिंह, केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. प्रेम शंकर, हरिओम मिश्र तथा संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
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