गोरखपुर। मत्स्याखेट, नदियों एवं जलाशयों में मत्स्य प्रबन्धन व संरक्षण के माध्यम से मत्स्य पालकों एवं मछुआरा समुदाय के व्यक्तियों को अधिक से अधिक रोज़गार एवं आजीविका के अवसर प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ‘‘निषादराज बोट सब्सिडी योजना’’ संचालित की जा रही है। इस नवीन राज्य पोषित योजना के तहत मत्स्य पालकों एवं मछुआरा समुदाय को जलाशयों, तालाबों, नदियों एवं अन्य जल संसाधनों में बिना इंजन की नाव (नॉन मोटोराइज्ड), जाल, लाइफ सेविंग जैकेट एवं आईसबाक्स इत्यादि उपकरणों हेतु 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति विभागीय पोर्टल https://fisheriesup.org पर 04 अक्टूबर 2023 तक आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
यह जानकारी देते हुए उप निदेशक मत्स्य गोरखपुर मंडल बृजेश कुमार ने बताया कि ‘‘निषादराज बोट सब्सिडी योजना’’ के अंतर्गत रू. 0.67 लाख की अधिकतम सीमा तक की वुडेन फिशिंग बोट अथवा फाइबर रिइंफोर्स्ड प्लास्टिक बोट (एफ.आर.पी.बोट.), जाल, लाइफ जैकेट एवं आईस बॉक्स आदि पर 40 प्रतिशत अनुदान की सुविधा प्रदान की जाएगी। योजना अन्तर्गत मत्स्य पालन करने वाले 0.4 हेक्टेयर या उससे अधिक क्षेत्रफल के तालाब के पट्टाधारक, निजी तालाबों के स्वामित्व धारक एवं मत्स्य आखेट के साथ नौकायन में लगे हुए मछुआ समुदाय के व्यक्ति (जैसा कि राजस्व संहिता 2016 में परिभाषित है) योजना हेतु पात्र होंगे। इसके अलावा ऐसे अभ्यर्थी जिनके पास पूर्व से नाव न हो, वह भी आवेदन के अर्ह होंगे।
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