लखनऊ। केंद्र सरकार की गवर्मेंट प्रोसेस री इंजीनियरिंग फॉर डिजिटल ट्रांसफार्मेशन योजना के अंतर्गत प्रदेश की स्वास्थ्य विभाग ने कैटेगरी वन की उपाधि हासिल कर ली है। रविवार को मां नवजात ट्रैकिंग एप्लीकेशन को केंद्र सरकार की ओर से ई-गर्वनेंस स्कीम के तहत सिल्वर अवार्ड चयनित किया गया है। इस उपलब्धि पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने खुशी जाहिर करते हुए, योजना से जुड़े सभी कार्मिकों को बधाई दी है। इस अवार्ड के अंतर्गत प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी और नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
ब्रजेश पाठक ने बताया कि आगामी 24-25 अगस्त को इंदौर। मध्य प्रदेश में आयोजित होने वाली 26वीं ई-गर्वनेंस नेशनल कॉंफ्रेंस में यह पुरस्कार दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लॉंच किए गए मंत्रा एप के माध्यम से किस केंद्र पर कितना प्रसव हुआ और प्रसव संबंधी सुविधाओं की समस्त जानकारी आसानी से मिल जाती है। एप के माध्यम से नवजात शिशु के जन्म, टीकाकरण व डिलेवरी से सम्बंधित अन्य जानकारियों को फीड करना भी उपचारिकाओं एवं वार्डबॉय को सिखाया गया था।
इस एप से गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य संबधी आंकड़े डिजिटल हो गए हैं। गर्भवती महिला को एडमिट करते वक्त स्टाफ नर्स द्वारा एडमिशन का समय, उसके स्वास्थ्य की स्थिति और दिए जा रहे उपचार को फीड किया जाता है। इससे मां और शिशु को ट्रैक करना आसान हो गया है। ऑनलाइन निगरानी होने से संस्थागत प्रसव की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और मां-नवजात स्वास्थ्य आंकड़े भी बेहतर हुए हैं। मां और नवजात शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रसव केंद्रों का डिजिटलीकरण भी किया गया है।
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