गोरखपुर। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के अध्यक्ष श्रद्धेय बालकृष्ण के जन्म दिवस के अवसर को संपूर्ण पतंजलि योग परिवार द्वारा जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्थान स्थान पर औषधीय वनस्पतियों का निशुल्क वितरण किया जाता है एवं उनके बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। यह कार्यक्रम पूरे सप्ताह तक चलता है। जनपद में यह कार्यक्रम 1 अगस्त से 7 अगस्त तक चलाया गया।
इसी क्रम में गोरखपुर में मधुर मिलन गोरखनाथ, पंत पार्क, सूरज कुंड, योग भवन राजकीय उद्यान, चिरकुटवा बाबा स्थान, प्रेम चंद पार्क, महादेव पुरम् आदि स्थानों पर चलने वाली योग कक्षाओं के माध्यम से तथा तहसीलों- सहजनवा, चौरी चौरा, कैंपियरगंज, खजनी, बांसगांव व गोला की योग कक्षाओं की सहायता से औषधीय वनस्पति के पौधों का वितरण किया गया।
योग के विस्तार के लिए योग पीठ द्वारा योगपीठ के पांच प्रकोष्ठों - भारत स्वाभिमान, पतंजलि योग समिति, महिला पतंजलि योग समिति, युवा भारत, किसान सेवा समिति का गठन किया गया है। इस वर्ष इस अभियान का दायित्व युवा भारत प्रकोष्ठ को दिया गया। इसके जिला प्रभारी श्री दीपक कुमार गुप्ता ने इस पूरे कार्यक्रम को नेतृत्व प्रदान किया। इस वर्ष लक्ष्य 10000 औषधीय वनस्पतियों की पौधों की वितरण का रहा। जिसमें से लगभग 4500 पौधों का वितरण करने में सफलता प्राप्त हुई। इस कार्यक्रम को संपन्न करने के लिए संस्था के योग शिक्षक बंधुओं एवं बहनों की तैयारी 1 माह पूर्व से प्रारंभ हो जाती है। बीजों का रोपण करना, वनस्पतियों को एकत्र करना, उन्हें छोटी-छोटी थैलियों और गिलासों में लगाकर पूरे माह तक सुरक्षित रखना यह कार्य चलता रहता है। किसी भी पौधे को खरीद कर वितरित नहीं किया जाता है। कुछ पौधों की तो तैयारी 5 माह 6 माह पहले से ही करनी होती है। इस वर्ष बारिश नहीं होने से बहुत सारे औषधीय पौधों का उगना ही नहीं हो पाया इसलिए लक्ष्य की प्राप्ति में असुविधा हुई।
प्रमुख कार्यक्रम जनपद मुख्यालय गोरखपुर में इंदिरा बाल विहार पर 4 अगस्त को संपन्न किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व महापौर डॉक्टर सत्या पांडे ने पौधे के वितरण के साथ प्रारंभ किया। उनके साथ में महिला प्रान्तीय प्रभारी बहन शशिआर्या, रेलवे सुरक्षा विशेष बल के प्रधानाचार्य श्री हरिशंकर दुबे, राजकीय उद्यान इंचार्ज श्री विजय कुमार शुक्ला, स्थानीय पार्षद अजय राय आदि उपस्थित रहे। योग शिक्षक भाई-बहनों ने स्टाल लगाकर 3रू00 बजे से कार्यक्रम प्रारंभ किया।
फलदार एवं औषधीय पौधों के साथ-साथ वातावरण को स्वच्छ रखने वाले पौधों का भी वितरण किया गया। वितरित पौधों में तुलसी जी ,आम, जामुन, एलोवेरा, मधुनासी ,काल मेंध, अश्वगंधा, अर्जुन, हार सिंगार, पपीता, सिंदूर, धूप चंदन, शरीफा, सेमर, सदाबहार, मेहंदी, पत्थरचट्टा, पुनर्नवा, हल्दी, कचूर, चिरायता, गेंदा ,भंगरैया शंखपुष्पी, रात रानी, जरांकुश, अजवाइन, गिलोय, पीपल, पाकड़, बरगद, गूलर, आदि सहित अनेक पौधों का वितरण हुआ। इस अवसर पर प्रातः प्रत्येक योग कक्षा में वनस्पतियों का वितरण किया गया। अभियान में 30 प्रकार की वनस्पतियों के लगभग 4500 छोटे बड़े पौधों का वितरित हुए।
कार्यक्रम में आने वाले आमजन औषधीय पौधों की जानकारी पाते तो विस्मय से कह उठते कि, इसे तो हम झाड़ झंखाड़ समझ कर नष्ट कर देते रहे। अब इन्हें सुरक्षित रखेंगे।
उपस्थित जन को संबोधित करते हुए भारत स्वाभिमान प्रकोष्ठ के जिला प्रभारी हरि नारायण धर दुबे ने कहा कि, इस प्रकार के आयोजन का एक मुख्य उद्देश्य है हम अपने कल्याणकारी, शुभ वनस्पतियों की पहचान करें, उसके लाभ जानेंगे तो उनका संरक्षण भी करेंगे। वनस्पतियों का संरक्षण मनुष्य, पृथ्वी ,वातावरण सभी की सुरक्षा करता है। ओजोन की पर्त भी सुरक्षित रहेगी और पंचतत्वों- छिति, जल, पावक, गगन, समीर सभी का सही अनुपात व संतुलन बना रहेगा। प्राकृतिक असंतुलन समाप्त होगा। प्रकृति ही पृथ्वी का जीवन है।
युवा प्रभारी दीपक कुमार गुप्ता ने कहा कि, वनस्पतियों के संरक्षण और पृथ्वी को हरा भरा रखने के लिए युवाओं को आगे आना होगा तभी कुछ सार्थक परिणाम तीव्रता से प्राप्त होंगे। आने वाली पीढ़ी को पृथ्वी का स्नेहिल वातावरण मिल सकेगा।कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु वनस्पतियों के संकलन में सर्वश्री राजेंद्र प्रसाद यादव, हरि नारायण धर दुबे, दीपक कुमार गुप्ता, जितेंद्र कुमार शुक्ला, ममता श्रीवास्तव, आराधना श्रीवास्तव, छेदीलाल यादव, हरिओम गौतम, सुमन श्रीवास्तव, संतोष पांडे, अश्वनी श्रीवास्तव, पियूष गुप्ता, लीला यादव, शांति शर्मा जितेंद्र कुमार शुक्ला, अजीत कुमार यादव ,हर्ष साहानी आदि की प्रमुख भूमिका रही। नागरिकों ने रुचि लेकर वनस्पतियों की जानकारी प्राप्त किया और लेकर भी गए।
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