धमतरी। प्लास्टिक फ्री सिटी की तरफ कदम आगे बढ़ाते हुए धमतरी नगर निगम ने एक अनूठी पहल की है, यहां धमतरी शहर में आठ जगहों पर बर्तन बैंक खोला गया है। नगर निगम महापौर विजय देवांगन ने शहर के आठ स्थानों, श्री महालक्ष्मी महिला संगठन गोकुलपुर वार्ड, जय लक्ष्मी बचत साख समूह सुभाषनगर वार्ड कुमकुम महिला स्व सहायता समूह नयापारा वार्ड, करुणा महिला बचत साख समूह, शीतलापारा वार्ड, नैना महिला स्व सहायता समूह, बनियापारा वार्ड, महामाया सेवा स्व सहायता समूह पोस्ट ऑफिस वार्ड धमतरी, एंजेल महिला स्व सहायता समूह, औद्योगिक वार्ड, भावना महिला स्व सहायता समूह, विंध्यवासिनी वार्ड में वर्तन बैंक का शुभारंभ किया, बर्तन बैंक से समाज के निम्न एवं मध्यम आय वर्ग के लोगों को सस्ती न्यूनतम दरों पर स्टील के बर्तन उपलब्ध हो सकेंगे। लोगों को शादी-ब्याह और बर्थडे जैसे फंक्शन में सर्व करने और खाना बनाने के लिए प्लेट और गिलास जैसे अन्य स्टील बर्तन मिलेंगे, स्व सहायता समूह की महिलाओं की आय बढ़ सके इसलिए धमतरी नगर निगम के महापौर विजय देवांगन ने बर्तन बैंक की शुरूआत की है। धमतरी नगर निगम मैं बर्तन बैंक शुरू कियाहै। इसका हो रहे। संचालन महिला स्वसहायता समूह की महिलाएं करेगी। धमतरी शहर में नो पालीथिन महाभियान एवं जीरो वेस्ट मैनेजमेंट को समाजहित में पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से आमजनों के मध्य व्यवहारिक रूप से सफल बनाने के उद्देश्य से वर्तन बैंक शुरू किया है।
उल्लेखनीय है कि छोटे-छोटे सामाजिक व घरेलू आयोजनों में होने वाले प्लास्टिक के गिलास चम्मच प्लेट के इस्तेमाल से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। शहर की नालियां इसके कचरे से जाम हो रही है, वहां इसे खाने से मवेशियों की मौत भी हो रहे। इस अवसर पर एमआईसी सदस्य राजेश ठाकुर केंद्र कुमार पेंदरिया, चोवाराम वर्मा, कमलेश सोनकर, पार्षद ममता शर्मा, नीलू पवार, पूर्णिमा रजक, सविता तोमन कवर, कार्यपालन अभियंता विजय खलखो, मिशन मैनेजर शशांक मिश्रा स्व सहायता समूह की महिलाएं अधिक संख्या में उपस्थित थे।
प्लास्टिक के इस्तेमाल के कारण बढ़ रही है गंदगी
महापौर विजय देवांगन ने बताया कि इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार भी शुरू किया गया है। ताकि लोग अपने घरों या मोहल्ले में होने वाले छोटे-छोटे आयोजनों में प्लास्टिक के गिलास, प्लेट और चम्मच की बजाय उनकी संस्था से स्टील के बर्तन लें और इस्तेमाल करें। महापौर ने आगे कहा की आजकल छोटे- छोटे आयोजनों में प्लास्टिक के सामानों का उपयोग किया जा रहा है। यह स्थिति शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी बनी हुई है। इससे गंदगी भी बढ़ती जा रही है। सड़क पर या नालियों में इस्तेमाल के बाद ऐसे गिलास, प्लेट्स और चम्मच को फेंक दिया जाता है। इससे सड़क पर गंदगी और नालियों की जाम होने की स्थिति बनती है। प्लास्टिक को खत्म करना भी निगम प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है। ऐसी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हो बर्तन बैंक की शुरुआत की गई है।
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