नई दिल्ली। कांग्रेस ने पिछले कुछ महीनों में प्रोजेक्ट चीता के तहत स्थानांतरित किए गए कई चीतों की मौत के लिए रविवार को केंद्र की भाजपा नीत सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने एक ट्वीट में सत्तारूढ़ सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा, “यदि भारत में चीता पुनरुत्पादन परियोजना में घमंड और दिखावे के बजाय केवल विज्ञान को सबसे आगे रखा गया होता, तो हमने यह त्रासदी नहीं देखी होती। इसके बजाय, मोदी सरकार वैज्ञानिकों और वन अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश देने में व्यस्त है।”
कांग्रेस सांसद ने ट्वीट के साथ एक मीडिया रिपोर्ट का लिंक भी पोस्ट किया, जिसमें प्रोजेक्ट चीता के बारे में सूचना के प्रसार के लिए प्रोटोकॉल के बारे में संबंधित अधिकारियों के हालिया आदेश पर प्रकाश डाला गया था।
उन्होंने आगे कहा रू स्टीफन जे. ओ ब्रायन एक प्रतिष्ठित आणविक जीवविज्ञानी हैं। वह एक समर्पित संरक्षणवादी भी हैं जो लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा के लिए आनुवंशिकी का उपयोग करते हैं। मैंने चीते के आनुवंशिक इतिहास को समझने के लिए 2009 में उनके साथ काफी समय बिताया था। उनकी किताब पढ़ने में दिलचस्प लगती है।”
प्रोजेक्ट चीता को मध्य प्रदेश वन विभाग, भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) और नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के चीता विशेषज्ञों के सहयोग से पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ और सीसी) के तहत एक वैधानिक निकाय, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
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