भोपाल। राजधानी में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम बुधवार से सीएनजी गाड़ियों से शुरू हो गया है। भोपाल नगर निगम द्वारा 50 सीएनजी (मैजिक वाहन) पहले से संचालित किए जा रहे हैं। बुधवार से 100 नए वाहनों को भी सड़कों पर उतार दिया गया है। यूनाइटेड नेशंस इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (यूनीडो) से हुए करार के बाद निगम को ऐसी 250 गारबेज व्हीकल के लिए पैसा मिला है। इन 150 गारबेज व्हीकल से निगम को 42-45 लाख रुपए महीने की बचत होगी, साथ ही डीजल इंजन से निकलने वाले प्रदूषणकारी धुएं से भी मुक्ति मिलेगी।
असिस्टेंट इंजीनियर मैकेनिकल ट्रांसपोर्ट चंचलेश गिरहारे ने बताया कि अब तक निगम हर गारबेज व्हीकल पर रोजाना 10 लीटर डीजल खर्च करता रहा है। इन वाहनों से औसतन 14-15 का एवरेज मिलता है जो सीएनजी वाहनों में बढ़कर 22-24 तक हो जाएगा। अपने वाहनों के लिए निगम करीब 93 रुपए लीटर के हिसाब से डीजल खरीदता है। जबकि सीएनजी इससे 10 रुपये सस्ती है। यानी डीजल के मुकाबले कम कीमत में सीएनजी खरीदकर और वाहनों का एवरेज बढ़ने से भी निगम को हर महीने 10 लाख रुपए तक की बचत होगी। नए वाहनों को बुधवार दोपहर महापौर मालती राय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
अब काम नहीं होगा प्रभावित
100 नए सीएनजी वाहनों से 100 पुराने डीजल वाहनों को रिप्लेस किया जा रहा है। पुराने वाहन भी विकल्प के रूप में उपलब्ध रहेंगे। किसी वाहन के अंडर रिपेयर होने से संबंधित इलाकों में कचरा कलेक्शन का काम प्रभावित नहीं हो पाएगा।
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