कलवारी (बस्ती)। आर्य उप प्रतिनिधि सभा बस्ती के नेतृत्व में आर्य समाज मंदिर कलवारी के नवनिर्मित भवन का भव्य उद्घाटन वानप्रस्थी रामशंकर मुनि व ओम प्रकाश आर्य मुख्य संरक्षक आर्य वीर दल पूर्वी उत्तर प्रदेश ने किया। ओम प्रकाश आर्य ने कहा कि आज समाज में वैदिक मत ही आपसी वैमनस्यता को दूर कर सकता है। आर्य समाज कोई नया मत नहीं है बल्कि यह समस्त मानवजाति को एक सूत्र में बांधने वाला सशक्त संगठन है। इस अवसर पर रुक्मिणी व सत्येन्द्र आर्य ने अपने भजनोपदेश के माध्यम से लोगों को पुनः वेदों की ओर लौटने का संदेश दिया। आचार्य सुरेश जोशी वैदिक प्रवक्ता अल्मोड़ा ने लोगों को आर्य समाज संगठन के साथ जुड़कर समाज की सेवा में लगने का आह्वान किया। बताया कि वेद सर्वरक्षक है और सबके लिए है इसे अपनाकर संसार का कल्याण सम्भव है। वानप्रस्थी राम शंकर मुनि ने कहा कि जब लोगों के पास खाने को नहीं था तो लोग धर्म पर दृढ़ थे और समय निकाल कर सत्संग करते थे पर आज अभाव दूर होने के बाद भी अपने लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वानप्रस्थी हरिहर मुनि ने प्रत्येक मंगलवार को यहां आयोजित यज्ञ में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया। इस अवसर पर रामकमल सिंह, संतोष आर्य, गिरजा शंकर दुबे, शिवम पाण्डेय,राम कमल सिंह, गणेश प्रसाद, विनोद कुमार उपाध्याय, पुष्पा सिंह, चंद्रप्रकाश सिंह, गीता देवी, दिवाकर सिंह, सूर्य प्रताप सिंह, बृज किशोर गुप्ता, महेश कुमार आर्य, अरुण कुमार, योगेश कुमार आर्य, वीरेंद्र कुमार आर्य, रेखा श्रीवास्तव, सुमन श्रीवास्तव, उमा श्रीवास्तव, संगम, रमन प्रजापति, शांति प्रजापति, ओम प्रकाश आर्य, देवव्रत आर्य, मुरलीधर भारती, नवल किशोर, आज्ञाराम आर्य, रानी आर्य, तरंगिणी आर्य, श्रीकांत पांडे, रामदास, बनारसी लाल आर्य, रामसूरत मौर्या, शौर्य प्रताप सिंह, निर्मला सिंह, गिरिजा, प्रभावती, अरुंधति सिंह, गुड्डू सिंह, मंजू कुसुम, इंद्रावती, आस्था, अंशिका, अशोक कुमार आर्य, राकेश कुमार आदि सम्मिलित रहे।
कलवारी (बस्ती)। आर्य उप प्रतिनिधि सभा बस्ती के नेतृत्व में आर्य समाज मंदिर कलवारी के नवनिर्मित भवन का भव्य उद्घाटन वानप्रस्थी रामशंकर मुनि व ओम प्रकाश आर्य मुख्य संरक्षक आर्य वीर दल पूर्वी उत्तर प्रदेश ने किया। ओम प्रकाश आर्य ने कहा कि आज समाज में वैदिक मत ही आपसी वैमनस्यता को दूर कर सकता है। आर्य समाज कोई नया मत नहीं है बल्कि यह समस्त मानवजाति को एक सूत्र में बांधने वाला सशक्त संगठन है। इस अवसर पर रुक्मिणी व सत्येन्द्र आर्य ने अपने भजनोपदेश के माध्यम से लोगों को पुनः वेदों की ओर लौटने का संदेश दिया। आचार्य सुरेश जोशी वैदिक प्रवक्ता अल्मोड़ा ने लोगों को आर्य समाज संगठन के साथ जुड़कर समाज की सेवा में लगने का आह्वान किया। बताया कि वेद सर्वरक्षक है और सबके लिए है इसे अपनाकर संसार का कल्याण सम्भव है। वानप्रस्थी राम शंकर मुनि ने कहा कि जब लोगों के पास खाने को नहीं था तो लोग धर्म पर दृढ़ थे और समय निकाल कर सत्संग करते थे पर आज अभाव दूर होने के बाद भी अपने लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वानप्रस्थी हरिहर मुनि ने प्रत्येक मंगलवार को यहां आयोजित यज्ञ में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया। इस अवसर पर रामकमल सिंह, संतोष आर्य, गिरजा शंकर दुबे, शिवम पाण्डेय,राम कमल सिंह, गणेश प्रसाद, विनोद कुमार उपाध्याय, पुष्पा सिंह, चंद्रप्रकाश सिंह, गीता देवी, दिवाकर सिंह, सूर्य प्रताप सिंह, बृज किशोर गुप्ता, महेश कुमार आर्य, अरुण कुमार, योगेश कुमार आर्य, वीरेंद्र कुमार आर्य, रेखा श्रीवास्तव, सुमन श्रीवास्तव, उमा श्रीवास्तव, संगम, रमन प्रजापति, शांति प्रजापति, ओम प्रकाश आर्य, देवव्रत आर्य, मुरलीधर भारती, नवल किशोर, आज्ञाराम आर्य, रानी आर्य, तरंगिणी आर्य, श्रीकांत पांडे, रामदास, बनारसी लाल आर्य, रामसूरत मौर्या, शौर्य प्रताप सिंह, निर्मला सिंह, गिरिजा, प्रभावती, अरुंधति सिंह, गुड्डू सिंह, मंजू कुसुम, इंद्रावती, आस्था, अंशिका, अशोक कुमार आर्य, राकेश कुमार आदि सम्मिलित रहे।
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