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Monday, April 3, 2023

श्रवण अग्रहरि जैसा कुशल शिल्‍पकार ही दे सकता है खलीलाबाद को सुन्‍दर स्‍वरुप

- श्रवण को टिकट मिला तो भाजपा को हो सकता है राज्‍य स्‍तर पर फायदा
- अब तक चुनाव मैदान में आने वाले भाजपा के दावेदारों में हैं सबसे बेहतर

संतकबीरनगर। नगर पालिका परिषद खलीलाबाद के अध्‍यक्ष पद की सीट सामान्‍य होने के बाद अध्‍यक्ष पद के लिए तमाम दावेदार सामने आ रहे हैं। सबके पास अपना अपना नजरिया है, सबके अपने अपने दावे हैं, लेकिन इन सभी के बीच जो एक नाम सामने आ रहा है, वह है भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय नेता और व्‍यापारियों के साथ ही पिछले 18 सालों से नगर के उत्‍थान की लड़ाई लड़ने वाले श्रवण अग्रहरि का। वह नगर पालिका परिषद खलीलाबाद के अध्‍यक्ष पद के ऐसे दावेदार हैं, जो चुनाव जीतने के साथ ही साथ प्रदेश के कई निकायों को भी प्रभावित कर सकते हैं।


जिले में निकाय चुनाव के दावेदारों पर नजर डालें तो तमाम ऐसे लोग हैं जो भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। सभी के अपने अपने आका हैं और उनकी गोद में बैठकर वह टिकट पाने की वैतरणी पार करने में लगे हुए हैं। लेकिन कोई भी ऐसा उम्‍मीदवार नहीं दिख रहा है जो समाज हित में किए गए कार्यों तथा व्‍यापारियों के समर्थन की बदौलत चुनाव में पार्टी को नगर पालिका अध्‍यक्ष पद की सीट दिला सके। खलीलाबाद में व्‍यापारियों के साथ ही अग्रहरि समाज के लोगों की भी संख्‍या अधिक है। यही नहीं लोगों के बीच श्रवण अग्रहरि की शाख भी बेहतर है। वह एक गंभीर और जुझारु व्‍यक्तित्‍व के स्‍वामी हैं। उनके अन्‍दर प्रशासनिक क्षमता तो है ही, नगर के विकास का एक खाका भी है। उनके एक फोन पर हजारों की संख्‍या में आम जनता के भीड़ किसी भी मौके पर पहुंच जाती है। श्रवण के पास खरीदे हुए नहीं बल्कि समर्पित लोगों की एक ऐसी टीम है जो बड़े से बड़े विपक्षी उम्‍मीदवार को शिकस्‍त दिला सकती है। यही नहीं उनकी उम्‍मीदवारी मात्र से ही जिले के साथ ही समीपवर्ती जनपदों के विभिन्‍न निकायों की सीटों पर असर पड़ सकता है। राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के कार्यक्रमों में भी बढ़ चढ़कर हिस्‍सा लेने वाले ऐसे उम्‍मीदवार की दावेदारी पर अगर पार्टी मुहर लगाती है तो उसे राज्‍य स्‍तर पर भी बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।  


- श्रवण अग्रहरि क्‍यों माने जा रहे हैं प्रबल दावेदार
जनता की सेवा : जन सेवा के कार्यों में श्रवण बढ़ चढ़कर खुद ही नहीं, बल्कि अपने साथियों और परिवारी जनों के साथ जनसेवा में जुटे हैं। चाहे बाढ़ की स्थिति रही हो, या फिर कोरोना काल का दौर रहा हो। यही नहीं जब भी सफाई अभियान या नगर पालिका क्षेत्र में जल भराव की स्थिति हुई, उस समय आगे बढ़कर उन्‍होने जनता की सेवा की।

व्‍यापारी उत्‍पीड़न को लेकर आन्‍दोलन : जब भी जिले में या जिले के बाहर अमेठी, गोरखपुर, इलाहाबाद, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, जौनपुर, प्रयागराज तथा अन्‍य जनपदों में भी किसी व्‍यापारी के साथ कोई उत्‍पीड़न की घटना हुई, उस समय श्रवण अग्रहरि आगे आए और अपने आन्‍दोलनों के जरिए व्‍यापारी को न्‍याय दिलाने का काम किया।

समाज हित में कार्य : श्रवण अग्रहरि व्‍यापारियों के साथ ही साथ अग्रहरि समाज के हितों को लेकर भी निरंतर संवेदनशील रहते हैं। उनकी संवेदनशीलता का नतीजा यह है कि वह पूरे प्रदेश के अग्रहरि समाज के लोगों के हितों की लडाई निरन्‍तर अपने संगठन के माध्‍यम से करते रहते हैं। निरन्‍तर समाज हित व जनहित के कार्य ही श्रवण अग्रहरि के द्वारा किए जाते हैं।

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