बस्ती। मखौड़ा श्री राम जन्म महोत्सव के अन्तिम दिन गुरुवार को अवधी और भोजपुरी के मशहूर गायक दिवाकर द्विवेदी के गीतों पर हजारों की संख्या में उपस्थित लोग देर रात तक झूमते रहे। उन्होंने एक से बढ़कर एक राम भजन, सामाजिक गीत व लोकगीत से दर्शकों का मनोरंजन किया। गीतों की शुरुआत उन्होंने रामचरितमानस की चौपाई मंगल भवन अमंगल हारी से की जिससे पूरा वातावरण राम मय हो गया। उसके बाद राम भजन ‘मीठो-मीठो सरजू जी के पानी लागे’ आँगन में खेले चारो भैया सहित कई राम भजन प्रस्तुत किया। सामाजिक दहेज विरोधी गीत ‘बेटाउना अधिकारी होई गवा’ की प्रस्तुति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। बिना गियर की गाड़ी , कोटा कै चावल बिका, सरहज कै कजरा, कॉलेज में मॉडल, बरम बाबा आदि रंगारंग लोकगीतों की प्रस्तुति से लोग झूम उठे।
कार्यक्रम के आयोजक विधायक अजय सिंह ने कहा कि यह महोत्सव बहुत ही लम्बा चला जिसमें प्रथम चरण में विभिन्न प्रकार के खेल आयोजित किए गए और दूसरे चरण में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । इस तरह के आयोजन से ग्रामीण क्षेत्र की जो प्रतिभा है उन्हें आगे बढ़ने का अवसर मिलता है । इसी उद्देश्य को लेकर यह आयोजन किया गया। इतना बड़ा और भव्य कार्यक्रम सकुशल संपन्न होने में सभी लोगों ने अपना योगदान दिया जिससे यह सफल हो सका।
अवधी भाषा के विकास पर दिवाकर द्विवेदी ने कहा अवधी भाषा को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत हूँ। सुप्रसिद्ध रामचरितमानस को सन्त तुलसीदास जी द्वारा अवधी भाषा में लिखा गया है तमाम बॉलीवुड फिल्मों में अवधी गाने गाए गए हैं। अवधी भाषा का क्षेत्र बहुत बड़ा है लगभग तीन दशक से इसके लिए संघर्ष कर रहा हूं और हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में सफलता भी मिलेगी और अवधी भाषा को बड़े स्तर पहचान मिलेगी।
इस अवसर पर मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र, सीडीओ डॉ राजेश प्रजापति, एसडीएम गुलाबचन्द्र, बीएसए डॉ इन्द्रजीत प्रजापति, कृष्ण कुमार सिंह, श्रीश पाण्डेय, अनिल पाण्डेय, भरत सिंह, छोटे सिंह, अर्जुन सिंह, विवेक कान्त पाण्डेय, रवीश कुमार मिश्र, निर्मल सिंह, अखिलेश सिंह, विनोद गुप्ता, राम ललित पाण्डेय, अरविंद सिंह, संजय सिंह, श्रवण तिवारी, शेखर सिंह, हनी सिंह, प्रिंस शुक्ला, वीरू सिंह, दुर्गेश सिंह, गोलू सिंह, लवकुश चौधरी, बड़े सिंह सहित हजारों संख्या में लोग उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment