गोरखपुर। महाप्रबन्धक, पूर्वोत्तर रेलवे चन्द्र वीर रमण की अध्यक्षता मंे महाप्रबन्धक सभा कक्ष मंे ‘यात्री गाड़ियां के समय पालन मंे सुधार‘ तथा ‘पूर्वोत्तर रेलवे के खर्च पर नियंत्रण‘ विषय पर 29 मार्च को पी.आर.ई.एम. गु्रप की बैठक का आयोजन किया गया । बैठक मंे अपर महाप्रबन्धक अनिल कुमार मिश्र, वरिष्ठ उप महाप्रबन्धक डी.के. सिंह, प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष, एन.ई. रेलवे मजदरू यूनियन, ओ.बी.सी. रेलवे कर्मचारी एसोसियेशन, आल इण्डिया एस.सी.एस.टी एसोसियेशन, प्रमोटी अधिकारी संघ तथा प्रथम श्रेणी अधिकारी संघ के अध्यक्ष व महामंत्री अन्य पदाधिकारियों ने ‘यात्री गाड़ियांे के समय पालन मंे सुधार‘ तथा ‘पूर्वाेत्तर रेलवे के खर्च पर नियंत्रण‘ पर अपने सुझाव दिये।
बैठक को सम्बोधित करते हुये महाप्रबन्धक, पूर्वोत्तर चन्द्र वीर रमण ने कहा कि हम सभी मिलकर रेलवे की कार्यप्रणाली मंे सुधार लाने हुते सुझावांे पर चर्चा करते हैं जिससे रेलवे का समाग्री विकास हो सके। पूर्वोत्तर रेलवे एक यात्री प्रधान रेलवे है, अतः समय-पालन, संरक्षा, यात्री सुविधाआंे मंे बढ़ोत्तरी एवं गाड़ियों तथा स्टेशनों पर स्वच्छता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकतायें हैं।
पूर्वोत्तर रेलवे परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। इलेक्ट्रिक टैªक्शन और नए रोलिंग स्टाकॅ को ध्यान मंे रखते हुये कारखानांे एवं लोको शेड मंे व्यापक परिवर्तन किया जा चुका है। नये बदलाव के अनुरूप जनशक्ति का रि-स्किलिंग किया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप एसेट फे्ल्यारे को लगातार कम किया जा रहा है और समय-पालन में सुधार हो रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे के कुल 3470.90 किमी. मंे से अब 90 प्रतिशत बड़ी लाइन का रेल नेटवर्क हो गया है। नानपारा-मैलानी खण्ड को छोड़कर शेष 112 मीटर गेज लाइन का आमान परिवर्तन प्रक्रियाधीन है।
इंदारा-दोहरीघाट आमान परिवर्तन परियोजना का रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण इसी सप्ताह किया जाना है। हाल ही मंे पूर्वोत्तर रेलवे ने सभी बड़ी लाइन आपरेशनल मार्गों का विद्युतीकरण पूरा किया है और प्रधानमंत्री ने भी इस उपलब्धि की सराहना की है। उपरोक्त सभी कार्य हमारे समस्त कर्मचारियांे की कड़ी मेहनत व सभी यूनियन एव ं एसोसियेशन के यागे दान से पूर्ण हो सके हैं। इसके लिए आप सब बधाई के पात्र हैं। हमें अपनी सोच में सुधार कर बचत की आदत डालनी चाहिए। सभी के सुझाव से आय बढ़ेगी तथा खर्च कम होगा।
प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबन्धक संजय त्रिपाठी ने कहा कि गाड़ियांे की गति बढ़ाये जाने एवं समयबद्धता पर पूर्वाेत्तर रेलवे का सिस्टम काम कर रहा है। उन्होंनेे कहा कि गोरखपुर स्टेशन एक यूनिक स्टेशन है जहाँ हम गाड़ियांे का अनुरक्षण करते हैं। यहाँ से सम्पूर्ण भारत मंे सीधे गाड़ियां चलाई जाती हैं तथा अनेक गाड़ियां थू्र पास भी होती हैं एवं मालगाड़ियां भी यहाँ से चलाई जाती हैं। पूर्वाेत्तर रेलवे पर स्टेशनांे के अपग्रेडेशन का कार्य चल रहा है जिसके लिए निरन्तर भिन्न-भिन्न खण्डांे पर नान इण्टरलॉक
कार्य किया जा रहा है, जिससे कुछ समस्यायें आ रही हैं। कुछ दिनों बाद यह समस्यायें समाप्त हो जायेंगी तथा यात्रियों को स्टेशनों के अपग्रेडेशन का लाभ मिलेगा। यहाँ उन्नत किस्म की यात्री एवं परिचालनिक सुविधायें दी जा रही हैं। हम सभी के प्रयास से गाड़ियों के समय पालन में निरन्तर सुधार हो रहा है तथा आय मंे बढ़ोत्तरी एवं खर्च मंे बचत की जा रही है। इसके लिए हम सभी को गारै वान्वित होना चाहिए ।
प्रधान वित्त सलाहकार श्रीमती प्रीति झा ने कहा कि सरकारी व्यय को भी रेलकर्मियों द्वारा अपना व्यय समझकर खर्च करना चाहिए। इसके लिये रेलकर्मियांे को जागरूक होना चाहिए जिससे खर्च मंे बचत की जा सके । उन्हांेनेे विद्युत बचत पर जारे दिया ।
पूर्वोत्तर रेलवे प्रथम श्रेणी अधिकारी संघ के महामंत्री पकंज कुमार सिंह ने रेलवे पर खर्च मंे कमी का सुझाव दिया। उन्हांेने कहा कि निरन्तर समय पालन मंे सुधार हो रहा है। हमसे जनता की अपेक्षायंे और बढ़ी हैं, जिस पर हमंे कार्य करना है। क्षेत्रीय रेल स्तर पर इन्टरचंेज मंे कुछ दिक्कते आती हैं। ऑटोमेशन प्रणाली पर कार्य करते हुये प्राथमिकता तय कर इसे दूर करना चाहिए। यूनीफार्म टैªक्शन दोहरीकरण, त्वरित जलापूर्ति व्यवस्था होने के बाद अब टेªनांे की गति बढ़ाने की आवश्यकता है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रमोटी अधिकारी संघ के अध्यक्ष कृष्णा सिंह ने कहा कि इंजन, रेल वेल्ड, टी.आर.डी. विफलता आदि को कम करने के लिये निगरानी तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता है तथा रेल खण्डांे मंे अतिरिक्त गति प्रतिबन्धांे को कम करने के लिये प्रयास किया जाना चाहिए।
एन.ई.रेलवे मजदूर यूनियन के अध्यक्ष बसन्त लाल चतुर्वेदी ने गोरखपुर स्टेशन पर यात्रियांे के लिये डारमेट्री तथा रले कर्मियांे के लिए रेस्ट रूम पूर्व की भांित बनाये जाने तथा रनिंग रूम एवं ऐसे अन्य स्थानांे पर बिजली बचाने हेतु संेसर लगाने का सुझाव दिया। महामंत्री के.एल.गुप्ता ने कहा कि टेªनांे के रनिंग मंे लूज टाइम ज्यादा दिया गया है, जिसे कम किया जाना चाहिए। उन्हांेने डोमिनगढ़ एवं गोरखपुर छावनी पर गाड़ियांे के देर तक खड़ी रहने से रेलकर्मियांे एवं यात्रियांे को होनेे वाली समस्या से अवगत कराते हुये महाप्रबन्धक का ध्यान आकर्षित किया, जिस पर रेल प्रशासन द्वारा बताया गया कि क्षमतावृद्धि के
लिये गोरखपुर - डोमिनगढ, तीसरी लाइन, गोरखपुर स्टेशन की रिमाडलिंग तथा गोरखपुर छावनी एवं नकहा जंगल स्टेशन को विकसित किया जा रहा है। इन सब कार्यांे के हो जाने पर यह समस्या नही रहेगी। श्री गुप्ता ने स्क्रैप का निस्तारण तथा उन्हंे रि-साइकिल कराकर उपयोग हेतु तैयार कराये जाने तथा रेलवे सम्पत्तियांे की सुरक्षा एवं रेलवे भूमि को अवैध कब्जांे से मुक्त कराने का सुझाव दिया। ओ.बी.सी. रेल कर्मचारी एसोसियेशन के अध्यक्ष एस.बी.यादव ने रेलयात्रियांे एवं रेलकर्मियांे के लिये रेलवे प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों पर संतोष व्यक्त किया तथा रेलवे द्वारा खर्च पर कमी का सुझाव दिया। आल इण्डिया एस.सी व एस.टी. रेलवे इम्प्लाइज एसोसियेशन के अध्यक्ष बच्चू लाल ने गाड़ियांे के समय पालन मंे सुधार हेतु सुझाव दिये। महामंत्री चन्द्रशेखर ने कहा कि गाड़ियों के आवागमन पर नजर रखी जाय जिससे गाड़ियां विलम्बित न हांे। गोरखपुर मंे प्लेटफार्मांे की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए तथा डोमिनगढ़, गोरखपुर कैण्ट तथा नकहा जंगल स्टेशन को विकसित कर गाड़ियांे के विलम्बन को बचाया जा सकता है। श्री चन्द्रशेखर ने कहा कि लोकल पर्चेज करते समय यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि आवश्यकता के अनुरूप ही सामान क्रय किये जांय जिससे रले राजस्व की बचत हो सके। उन्होनंे विद्युत ऊर्जा की बचत एवं इसके दुरूपयोग को रोककर रेल राजस्व की बचत करने का सुझाव दिया।
इसके पूर्व, उप महाप्रबन्धक व सामान्य के.सी.सिंह ने उपस्थित सदस्यांे का स्वागत किया तथा बैठक के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन किया।
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