बस्ती । रविवार को राजकीय वाहन चालक महासंघ की बैठक अध्यक्ष बेद प्रकाश मिश्र की अध्यक्षता में प्रान्तीय खण्ड लोक निर्माण विभाग के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में राजकीय वाहन चालकों की समस्याओं पर विचार के साथ ही प्रान्तीय नेतृत्व के आवाहन पर अधिकारों को लेकर संघर्ष तेज करने का निर्णय लिया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुये अध्यक्ष बेद प्रकाश मिश्र ने कहा कि पुरानी पेंशन नीति को बहाल किया जाय और सरकारी विभागों में रिक्त पड़े वाहन चालकों के पदों पर भर्ती सुनिश्चित किया जाय। महासंघ के संरक्षक नरेन्द्रदेव मिश्र ने कहा कि राजकीय वाहन चालक घोर उपेक्षा के शिकार है। अधिकारियों द्वारा निजी वाहनों का प्रयोग किये जाने के कारण वाहन चालकों का अस्तित्व खतरे में है। उन्होने कहा कि पुराने निष्प्रयोज्य हो चुके वाहनों को हटाकर नये वाहन क्रय किये जाय और विभागों में लगाये गये निजी वाहनों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया जाय। साथ ही निजी वाहनों को विभाग द्वारा दिये गये भुगतान से जी.एस.टी. वसूला जाय। बैठक में मृतक आश्रितों के बकाया देयों का भुगतान किये जाने, शैक्षिक योग्यता के आधार पर परिजनों की नियुक्ति सुनिश्चित किये जाने पर जोर दिया गया। निर्णय लिया गया कि आगामी 29 जनवरी को आयोजित बैठक में संघर्ष की रणनीति तय की जायेगी।राजकीय वाहन चालक महासंघ की बैठक में मुख्य रूप से चन्द्र प्रकाश पाण्डेय, पूरन शुक्ला, हरिश्चन्द्र चौधरी, अशफाक अहमद, श्यामधर सोनी, जुबेर अहमद, चिन्ताहरण, शहजाद अली, मुबारक अली, जिलाजीत के साथ ही अनेक पदाधिकारी और राजकीय वाहन चालक उपस्थित रहे।
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