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Tuesday, January 17, 2023

विशेष सचिव/नोडल अधिकारी, गोसंरक्षण ने जनपद में गोवंशो के संरक्षण एवं भरण पोषण की किया विस्तृत समीक्षा

शत-प्रतिशत छुट्टा एवं निराश्रित गोवंशों को किया जाए संरक्षित तथा चारागाह की जमीन को हरा चारा उगाने हेतु किया जाए उपयोग    डीएम

संत कबीर नगर। विशेष सचिव प्रशासन, उ0प्र0 शासन/नोडल अधिकारी गोसंरक्षण राम नरायन सिंह यादव व जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह की अध्यक्षता में जनपद में अवशेष निराश्रित गोवंश को आगामी 31 मार्च 2023 तक शत प्रतिशत संरक्षित किये जाने के संबंध में किये जा रहें कार्यो के प्रभावी क्रियान्वयन एवं जनपद के गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों के भरण पोषण, देख-रेख आदि से सम्बंधित समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में आयोजित हुई।


जनपद में गोसंरक्षण से सम्बंधित आयोजित समीक्षा बैठक में विशेष सचिव/नोडल अधिकारी ने जनपद के सभी विकास खण्डों में संचालित गो-आश्रय स्थलों की सख्या, संरक्षित गोवंशों की संख्या, भरण पोषण की स्थिति, चारें की उपलब्धता, संरक्षित गोवंशों का स्वास्थ्य, सहभागिता योजनान्तर्गत सुपुर्द किये गये गोवंशों की संख्या, गोवंशों का टीकाकरण एवं स्वास्थ्य परीक्षण आदि से सम्बंधित बिन्दुवार जानकारी सम्बंधित विकास खण्डों के खण्ड विकास अधिकारियों एवं पशु चिकित्साधिकारियों से प्राप्त करते हुए गहन समीक्षा किया एवं आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। बैठक में बताया गया कि जनपद में कुल 50 गो-आश्रय स्थल संचालित है, जिसमें 3191 गोवंश सरंक्षित है तथा 659 गोवंशों को सहभागिता योजनान्तर्गत पशुपालकों को सुपुर्द किया गया है।
नोडल अधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित जनपद के सभी पशु चिकित्साधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शासन की  मंशा के अनुरूप निराश्रित गोवंशों का संरक्षण एवं भरण पोषण की स्थिति निर्धारित प्रारूप पर सत्यापन कर आख्या उपलब्ध करा दें। उन्होंने कहा कि यदि किसी गोआश्रय स्थलों में किन्ही कारणवश गोवंशों की संख्या मानक से ज्यादा है तो आवश्यकतानुसार कुछ गोवंशों को दूसरें गोसंरक्षण केन्द्रों में संरक्षित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि गोवंशों के भरण पोषण एवं संरक्षण में किसी भी तरह की लापरवाही कदापि न बरती जाए तथा समय-समय पर गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता रहे।
जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह ने अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका सहित समस्त सम्बंधितों को निर्देशित किया है कि यदि कोई गोवंश निराश्रित रूप से छुट्टा धूमता हुआ पाया जाता है तो तत्काल उसे गो संरक्षण केन्द्र में संरक्षित किया जाए जिससे किसानों के फसलों को नुकसान न होने पाये, इसे गम्भीरता से लिया जाए। जिलाधिकारी ने चारागाह की जमीन पर हरा चारा उगाने का निर्देश देते हुए कहा कि गोवंशों के संरक्षण हेतु यदि आवश्यक हो तो मेंहदावल में एक अलग से गोआश्रण स्थल भी बनाया जाएगा।  
इस अवसर पर प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी/जिला विकास अधिकारी सुदामा प्रसाद, उप जिलाधिकारी नवीन श्रीवास्तव, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नागेन्द्र सिंह, डी0सी मनरेगा जीशान रिजवी, मुख्य पुश चिकित्साधिकारी डा0 संजय यादव सहित सभी खण्ड विकास अधिकारीगण एवं पशु चिकित्साधिकारी, ओएसडी बलदाऊ शर्मा, सूचना अधिकारी सुरेश कुमार सरोज आदि उपस्थित रहे।

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