- जागरूता से संभव है एचआईवी संक्रमण से बचाव : डा. वी.के. वर्मा
बस्ती। पटेल एस.एम.एच. हास्पिटल एण्ड पैरा मेडिकल कालेज गोटवा के सभागार में रोटरी क्लब बस्ती ग्रेटर द्वारा विश्व एड्स दिवस पर केन्द्रित संगोष्ठी का आयोजन किया गया। क्लब अध्यक्ष एवं होम्योपैथ के वरिष्ठ चिकित्सक डा. वी.के. वर्मा ने कहा कि एड्स एक जान लेवा बीमारी है। सजगता से ही बचाव संभव है। डा. वर्मा ने कहा कि एचआईवी संक्रमण एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। एचआईवी का पूरा नाम ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस है। एचआईवी संक्रमण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को टारगेट करके शरीर को कमजोर करता है। इम्यूनिटी कमजोर होने से वक्त के साथ लोगों में अन्य गंभीर प्रकार के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। आगे चलकर एचआईवी संक्रमण एक्वायर्ड इम्युनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम यानी एड्स का रूप ले लेता है। मौजूदा समय में वैश्विक आंकड़ों के मुताबिक, लगभग 3.7 करोड़ से अधिक लोग एचआईवी एड्स की गंभीर समस्या के शिकार हैं। साल 2020 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीमारी के कारण सात लाख के करीब लोगों की मौत हो गई। एचआईवी संक्रमण एक लाइलाज समस्या है, जिसकी अब तक कोई दवाई या टीका नहीं बना। लेकिन विशेषज्ञों ने एचआईवी से बचाव के उपाय बताएं हैं, जिनका पालन कर एड्स के खतरे से बचा जा सकता है।
डा. आलोक रंजन ने कहा कि थोड़ी सी सावधानी एड्स जैसी जानलेवा बीमारी से हमें बचा सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, एड्स खुद में कोई बीमारी नहीं, लेकिन लेकिन इससे पीड़ित शरीर प्राकृतिक प्रतिरोधी क्षमता को खो देता है। इसकी वजह होता है एचआईवी। एचआईवी एक वायरस है जो संक्रमण के कारण होता है। शरीर में एचआईवी संक्रमण के प्रसार के कई कारण हो सकते हैं। कहा कि असुरक्षित यौन संबंध बनाने, संक्रमित व्यक्ति के रक्त के माध्यम या गर्भावस्था में प्रसव के दौरान संक्रमित मां से बच्चे तक एचआईवी फैल सकता है। एचआईवी एड्स के सबसे अधिक मामले असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण देखने को मिलते हैं।
कार्यक्रम में डा. चन्दा सिंह, डा. आर.एन. चौधरी, लालजी यादव, रीतेश चौधरी, राजेश चौधरी, राजेश्वरी वर्मा, प्रतिभा गोयल, किशन गोयल, विनय मौर्या, डा. श्यामनरायन, मनोज गुप्ता, शिव प्रसाद चौधरी, डा. माया वर्मा, उदयभान वर्मा, डा. पूजा वर्मा रोटरी क्लब के पदाधिकारी एवं छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।
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