शिलांग। शिलांग स्थित भारतीय वायुसेना के पूर्वी वायु कमान के मुख्यालय ने गुरुवार को 63 साल पूरे कर लिए है। अधिकारियों ने कहा कि इस अवसर पर पूर्वी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल एस.पी. धारकर ने यहां युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया। पूर्वी वायु कमान युद्ध के समय बना था और इतने सालों में विकसित हुआ है। यह भारतीय वायु सेना के घातक घटकों में से एक है जो आठ पूर्वोत्तर राज्यों, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा और झारखंड के कुछ हिस्सों में तीन लाख वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैले एक विशाल क्षेत्र में हवाई संचालन को नियंत्रित करता है।
यह चीन, नेपाल, भूटान, म्यांमार और बांग्लादेश के साथ 6,300 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हवाई क्षेत्र को भी नियंत्रित करता है। पूर्वी वायु कमान ने 1962, 1965 और 1971 के युद्धों में भाग लिया और वर्षों से बाढ़, भूस्खलन और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के पीड़ितों को निकालने में प्रभावशाली योगदान दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि बदले हुए सुरक्षा परि²श्य से निपटने के लिए कमान में कई नए शामिल किए गए हैं।
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