- बनकटी ब्लॉक के बसौढ़ी गांव का मामला
- रिश्तेदारी में आई महिला में लक्षण मिलने पर कराई कोविड जांच
बस्ती। बनकटी ब्लॉक के बसौढ़ी गांव की आशा कार्यकर्ता संगीता गुप्ता की सूझबूझ से कोविड मरीज की समय से पहचान हो सकी। रिश्तेदारी में आई संतकबीरनगर जिले की महिला में कोविड के लक्षण मिलने पर आशा ने महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी पर जाकर अन्य जांच के साथ ही कोविड जांच कराने की भी सलाह दी थी। आरटीपीसीआर जांच में महिला कोविड पॉजिटिव मिली। महिला का संतकबीरनगर जिले के कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा है।
आशा संगीता गुप्ता ने बताया कि 65 वर्षीय महिला की गांव में रिश्तेदारी है। कुछ दिन पूर्व वह गांव आई थी। उसे बुखार, खांसी व सांस फूलने की समस्या थी। इस बात की जानकारी जब उसे हुई तो सबसे पहले वह खुद उस महिला को देखने गई। महिला को गंभीर समस्या थी। प्रथम दृष्टया उसमें टीबी या कोविड दोनों की आशंका को देखते हुए परिजनों से महिला की जांच कराने का सुझाव दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में 22 नवंबर को उसके बलगम व कोविड की जांच हुई। इसी के साथ बीपी व कई अन्य तरह की जांच हुई। अन्य जांच की रिपोर्ट तो निगेटिव आई, लेकिन कोविड की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली।
डीसीपीएम दुर्गेश मल्ल ने बताया कि कोविड काल से ही आशा वर्कर्स को अन्य बीमारियों के साथ ही कोविड के प्रति भी संवेदीकृत किया जाता रहा है। उन्हें बताया गया है कि गांव में अगर किसी को खांसी, बुखार, जुकाम आदि की समस्या हो तो उसकी जांच स्थानीय पीएचसी पर कराएं। बसौढ़ी की आशा ने सजगता का परिचय दिया, जिससे कोविड मरीज का समय से पता चल सका है।
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