<!--Can't find substitution for tag [blog.voiceofbasti.page]--> - Voice of basti

Voice of basti

सच्ची और अच्छी खबरें

Breaking

वॉयस ऑफ बस्ती में आपका स्वागत है विज्ञापन देने के लिए सम्पर्क करें 9598462331

Monday, November 1, 2021

दीपावली

नीरज कुमार द्विवेदी


पर्व दीपों का दीवाली लाये नई उजियाली,

हर्ष व उमंग संग पर्व ये मनाइए।

प्रेम-तेल दीप भर, सभी डाल बाती स्नेह,

उर में अनुराग का उजाला फैलाइए।
छल कपट ईर्ष्या के, तू पटाखे फोड़कर,
मन में बसे ये सारे, द्वेष को मिटाइये।
त्रेता की परंपरा है, इसको निभाते पर,
त्रेता युग का वो अब, राम राज लाइये।।

अपनों के रिश्तों में, बढ़ती खटास है जो,
दिवाली के रॉकेट से इसको उड़ाइये।
है अपनों के प्रेम में, मिठास कितनी भरी,
सहर्ष अमूल्य रस, इस दिवाली पाइए।
नफरत का जो सुर, बहा रहे हैं असुर,
दीपावली पर ये कसम सब खाइए।
लोगों में ये प्यार चाहे जितना भी बाँटो पर,
अपनों के प्यार को तू, कभी न बंटाइये।

धर्म, जाति, भेद-भाव, सब कुछ छोड़कर,
धर्म इन्सानियत का मन में बसाइये।
जीवन में करने का, कुछ गर मन हो,
गरीबों की मदद को हाथ ये बढ़ाइए।
लाचारों की सेवा करो, खुश होते हैं राजीव,
जन-जन को यहाँ ये, बात समझाइए।
पाना तुझे मुक्ति गर, पार होना भव से है,
राम सीताराम बस राम राम गाइए।
नीरज कुमार द्विवेदी
गन्नीपुर-श्रृंगीनारी
बस्ती-उत्तर प्रदेश

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

Pages