- 19 साल से पति है लापता, एकमात्र सहारा बेटा भी अब नहीं रहाविद्यावती
संतकबीरगर। कोतवाली खलीलाबाद क्षेत्र के पड़रिया गांव की निवासी विद्यावती अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए दर दर भटक रही है। 19 साल पूर्व पति के लापता होने के बाद वह अपने बेटे के सहारे ही जी रही थी, लेकिन असमय ही साजिश के तहत गांव की ही एक महिला ने उसे भी अपना शिकार बना लिया। वह अपनी फरियाद लेकर पुलिस के पास जाती तो जरुर है लेकिन पुलिस के रवैये के चलते उसे बैरंग वापस लौटना पड़ता है।
विद्यावती बताती हैं कि उनके पति 19 साल पहले दिल्ली से घर आ रहे थे और रास्ते में ही लापता हो गए। तभी से उनका कोई सुराग नहीं लगा। तक उनका बेटा राहुल उर्फ सूरज साल भर का था। सूरज के सहारे ही वह अपना जीवन यापन कर रही थी। युवा होने के बाद सूरज बंग्लौर में कारीगरी का काम करता था। लाक डाउन के दौरान वह अप्रैल में घर आया। इसी दौरान गांव की ही उससे उम्र में बड़ी एक महिला ने उसे अपने मायाजाल में फंसा लिया। विगत 27 जुलाई को विद्यावती खेत में गई हुई थी, जब वह खेत में काम कर रही थी तो वही महिला उसके पास आई और घर चलने के लिए कहा। जब वह घर पहुंची तो उसका बेटा सूरज चक्कर खाकर गिर रहा था। उसने सूरज को बैठाया और उपर उसके कपड़े लाने चली गई। जब वह नीचे आई तो वह महिला सूरज की मोबाइल लेकर उसको कमरे में बंद करके फरार हो चुकी थी। नीचे आकर उसने देखा और सूरज को आवाज लगाई तो उसे कमरे में बन्द पाया। बाद में उसे लेकर जिला अस्पताल गए, जहां से उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। मेडिकल कालेज में उसकी मौत हो गई। उसका पोस्टमार्टम हुआ और विद्यावती ने मुकामी थाने को इस बात की जानकारी दी लेकिन पुलिस ने इसमें कोई रुचि नहीं ली। थक हारकर गत 25 अगस्त को उसने समाधान दिवस के दौरान उसने कोतवाली खलीलाबाद में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल व पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ के यहां अपनी फरियाद लगाई। जिलाधिकारी ने इस मामले के निस्तारण के निर्देश भी दिए। लेकिन अभी तक कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई है। अगर यहां से उसकी सुनवाई नहीं होगी तो वह मुख्यमन्त्री के दरबार में भी अपनी गुहार लगाएगी। उस महिला के उपर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
आज भी महिला और उसके देवर देते हैं धमकी
विद्यावती देवी का कहना है कि आज भी उक्त महिला और उसके देवर उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। जबकि विद्यावती ने बताया कि उसके बेटे का मोबाइल भी वह महिला लेकर भाग गई थी। बाद में फंसने के डर से गांव के ही एक लड़के के द्वारा उसके पास भेजवा दिया। उस मोबाइल का सारा डाटा भी डिलीट कर दिया गया था। उस मोबाइल का अगर डाटा रिकवरी कराया जाय तो सारी बातें सामने आ जाएंगी।
क्या कहते हैं कोतवाल
इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर कोतवाली खलीलाबाद के कोतवाल अनिल कुमार से बात की गई तो उन्होने बताया कि इस मामले में स्थानीय चौकी प्रभारी को लगाया गया है। आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। महिला को न्याय दिलाया जाएगा।
No comments:
Post a Comment