-जिला महिला अस्पताल व सीएचसी साऊंघाट में चला सीवीसी
-महिलाओं के टीकाकरण के लिए बनाए गये हैं स्पेशल चार बूथ
बस्ती। कोविड वैक्सिनेशन की महिलाओं में कम संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव ने अभिवावक कक्ष की तरह से महिलाओं के लिए महिला कक्ष से अलग से बनाने का सभी जिला अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आदेश दिया था जहां पर 18 से 44 के लिए एक बूथ और दूसरा बूथ 45 से ऊपर की महिलाओं के लिए बनाने के लिए कहा गया था।
जिले के दो अस्पतालों में गुलाबी बूथ का सोमवार से संचालन किया गया। यहां पर महिलाओं ने बड़ी संख्या में कोविड का टीका लगवाया। टीकाकरण में महिलाओं की भागीदारी पुरूषों की अपेक्षा कम होने पर शासन ने अभिभावक स्पेशल बूथ की तरह महिला स्पेशल बूथ हर जिले में संचालित करने का दिशा-निर्देश दिया है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एफ हुसैन ने बताया कि शासन की ओर से जिला महिला अस्पताल व एक सर्वाधिक आबादी वाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में महिला स्पेशल बूथ संचालित करने का दिशा-निर्देश शासन ने दिया है। इसके तहत जिला महिला अस्पताल व शहर के करीब सीएचसी साऊंघाट में दो-दो महिला स्पेशल बूथ संचालित किया गया। एक बूथ पर 18 साल से 44 साल तक व दूसरे पर 45 साल से ऊपर की महिलाओं को टीका लगाया गया। 18 साल से ऊपर वाली महिलाओं के लिए पूर्व पंजीकरण अनिवार्य था, जबकि 45 से ऊपर वाली महिलाओं के बूथ पर पहुंचने पर वहीं ऑन स्पॉट पंजीकरण की सुविधा भी मिली। स्पेशल बूथ के संचालन का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को टीका लगाया जा सके।
सीएचसी साऊंघाट में दोपहर एक बजे तक 18 साल से 44 साल तक की 72 महिलाओं को टीका लगाया जा चुका था। इसी तरह 45 साल से ऊपर वाली 33 महिलाएं टीका लगवा चुकी थी। लोहरौली गांव की प्रिया शुक्ला व सुनौरा गांव की रेनू देवी का ने बताया कि उन्हें जब मालूम हुआ कि महिलाओं के लिए स्पेशल बूथ बनाया गया है तो वह सीएचसी साऊंघाट में टीका लगवाने आई हैं। टीका लगवाने आई सभी महिलाएं काफी प्रसन्न नजर आ रही थीं।
जिला महिला अस्पताल में सुबह से ही टीका लगवाने वालों की भीड़ जुटी रही। वहां पर संचालित स्पेशल बूथ पर दोपहर तक 42 महिलाएं टीका लगवा चुकी थीं, जबकि टीका लगवाने वालों की लाइन लगी हुई थी। इसके अलावा शहर में विकास भवन, बीएसए कार्यालय, रोडवेज में वर्किंग प्लेस टीकाकरण के तहत बूथ का संचालन किया गया। सरकारी कर्मचारियों को वहां टीका लगाया गया।
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