प्रतिदिन 5 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य
टीकाकरण के लिए 109 टीकाकरण केन्द्र संचालित
बस्ती । कोविड-19 से सुरक्षा के लिए टीका लगवाने के लिए लोगों को टीकाकरण केन्द्र पर लाने के लिए अब कोटेदारों की सेवा ली जायेंगी। एकीकृत कोविड कमाण्ड एवं कंट्रोल सेण्टर/विकास भवन सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने जिला पूर्ति अधिकारी को इसके लिए निर्देशित किया है। उन्होने कहा है कि अब 45 साल से अधिक आयु के लोगों को भी यह टीका लगाया जा रहा है। कोटेदार गाॅव के सभी पात्र लोगों को नजदीक के कोविड टीकाकरण केन्द्र पर भेजेंगे।
उन्होने निर्देश दिया कि प्रत्येक दिन विकास विभाग तथा आपूर्ति विभाग पाॅच-पाच हजार लोगों को टीकाकरण करायेगा। इसके लिए जिले में कुल 109 टीकाकरण केन्द्र संचालित है, जिसमें से 56 हेल्थ वेलनेस सेण्टर पर है। टीकाकरण के लिए भेजने के पूर्व यह सुनिश्चित किया जायेंगा कि उसे नजदीके के टीकाकरण केन्द्र पर भेजा जा रहा है। उन्होने समीक्षा में पाया कि सभी 56 हेल्थ वेलनेस सेण्टर पर आवश्यक सुविधाए उपलब्ध करा दी गयी है।
उन्होने एंबुलेन्स प्रभारी डाॅ0 राकेश मणि को निर्देश दिया कि एक एंबुलेन्स नियमित रूप से रेलवे स्टेशन पर खड़ी रखी जाय ताकि टेªन से आने वाले यात्रियों की जाॅच में यदि कोई कोविड पाजिटिव मिलता है तो उसे तत्काल हास्पिटल पहुॅचाया जा सकें। वर्तमान समय में कोविड पाजिटिव यात्री पाये जाने पर उसका आईडी पोर्टल पर जनरेट किया जाता है और उसके बाद एंबुलेन्स बुलायी जाती है, जिसमें काफी समय लग जाता है। जिलाधिकारी के निर्देश पर अब एंबुलेन्स हमेशा वहाॅ खड़ी रहेंगी और कोविड पाजिटिव यात्री पाये जाने पर उसे तत्काल हास्पिटल पहुॅचाया जा सकेंगा।
जिलाधिकारी ने ब्लाकवार आरटीपीसीआर की जाॅच एवं कोविड रोगी के सम्पर्क में आये लोगों का कान्टैक्ट टेªसिंग तथा उनकी जाॅच की समीक्षा किया तथा इसके बढोत्तरी करने का निर्देश दिया। उन्होने सल्टौआ, गौर, विक्रमजोत, कुदरहाॅ, बनकटी, हर्रैया में टीकाकरण के लिए अधिक से अधिक लाभार्थिको को सेण्टर पर भेजने का निर्देश दिया।
उन्होने कहा कि सुबह के सत्र में टीकाकरण में तेजी लायी जाय, क्योकि इस समय अधिकाधिक लोगों का आना होता है। शाम को 03.00 बजे के बाद पर्याप्त संख्या में लाभार्थी होने पर ही नयी वायल खोली जाय तथा टीका लगाया जाय। उल्लेखनीय है कि एक वायल खोलने पर कम से कम 10 लोगों का टीका लगाया जा सकता है। वायल को अधिक देर तक खुला नही रखा जा सकता । इसलिए इंजेक्शन को मिसयूज से बचाना भी आवश्यक हैं
उन्होने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी कार्ययोजना के अनुसार प्रत्येक दिन टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करें, जो कर्मचारी इसमें लापरवाही बरतता है। उसके विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होने प्रत्येक कर्मचारी के टीकाकरण में योगदान की प्रतिदिन की समींक्षा करने का भी निर्देश दिया है।
बैठक में पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि प्रत्येक कोविड टीकाकरण सेण्टर पर 2-2 सिपाही तैनात किए जायेंगे, जो वहाॅ पर टीकाकरण के लिए आये हुए लोगों की सहायता करेंगे। सिपाहियों को हास्पिटल की ओर से ग्लबस, मास्क एंव सेनेटाइजर उपलब्ध कराया जायेंगा। उन्होने सभी अधिकारियो-कर्मचारियों एंव जनपदवासियों से अपेक्षा किया है कि वे मास्क का नियमित प्रयोग करें। कोरोना के बढते हुए केसेज के मद्देनजर मास्क प्रयोग बहुत आवश्यक है।
मेडिकल कालेज के सीएमएस डाॅ0 जीएम शुक्ला ने बताया कि मेडिकल कालेज में 300 बेड का एल-2 कोविड हास्पिटल संचालित है, जिसमें से 200 बेड पर आक्सीजन तथा 30 बेड वेन्टीलेटरयुक्त है। उन्होने बताया कि प्रदेश में कोविड हास्पिटल की संख्या 83 से बढाकर 125 कर दिया गया है। बैठक में सीडीओ राजेश प्रजापति, सीएमओ डाॅ0 अनूप कुमार, ज्वाइंट मजिस्टेªट नन्दकिशोर कलाल, उप जिलाधिकारी आशाराम वर्मा, आनन्द श्रीनेत, नीरज प्रसाद पटेल, डाॅ0 सीके वर्मा, डाॅ0 फखेरयार हुसैन, पीडी कमलेश प्रजापति, डीडीओ अजीत श्रीवास्तव, डाॅ0 राकेश मणि त्रिपाठी, सभी खण्ड विकास अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी एंव विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।
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