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Thursday, March 25, 2021

’’महिला सशक्तिकरण एवं लैंगिक संवेदीकरण’’ विषय पर एक सेमिनार एवं कार्यशाला का आयोजन

खनऊ  । पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल की मण्डल रेल प्रबंधक डा0 मोनिका अग्निहोत्री की अध्यक्षता में आज मण्डल कार्यालय सभागार में वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल श्री अमित प्रकाश मिश्रा के निर्देशन में ’’महिला सशक्तिकरण एवं लैंगिक संवेदीकरण’’ विषय पर एक सेमिनार एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया।


कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त श्री अमित प्रकाश मिश्रा ने मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 मोनिका अग्निहोत्री एवं उपस्थित अतिथियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया।

 अपनी अध्यक्षीय सम्बोधन में मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 मोनिका अग्निहोत्री ने कहा कि कामकाजी महिलाओं का अनुपात दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। उन्होने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपने अधिकारों के लिए खड़ी हों और डियूटी के दौरान कार्यक्षेत्र में पुरुष सहयोगियों द्वारा उत्पीड़न किये जाने के खिलाफ आवाज उठाएं। रेलवे में महिलाओं के लिए जिन कार्यक्षेत्रों में चुनौतीपूर्ण कार्य हुआ करते थे। अब महिलाओं द्वारा लोको पायलट व गार्ड एवं रेलवे सुरक्षा बल में कार्य करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण निर्णय है। भारत सरकार के ’बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं’ अभियान की सार्थकता को सराहा। पुरूष समाज को बेटियों को अधिक स्वतंत्रता दी जानी चाहिए और उन्हें एक समान मंच पर निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होने कहा कि कोविड के दौरान मण्डल मंे सर्वाधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेन आयी। हमारे स्वास्थ्य कर्मी, सुरक्षा बल, पुलिस बल, रेल कर्मियों ने इस विषम परिस्थतियों में बेहतर कार्य किया। कठिन समय में कंधे से कंधा मिलाकर सभी महिला एवं पुरूष अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने कार्य किया। महिलाओं को सक्षम बनाने के लिए महिलाओं के प्रति पुरूषों को अपने दृष्टिकोण में बदलाव लाने का आह्वान किया।
इसके पश्चात अतिथि प्रवक्ता एसीपी, गोमतीनगर, लखनऊ श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ’कानूनी तौर पर महिलाओं की सुरक्षा’ (Legal Safeguard for Safety & Security of Women) विषय पर अपने व्याख्यान में भारतीय संविधान में लैंगिक समानता के सिद्धांत, मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य और निर्देशक सिद्धांतों में निहित किया गया है। हमारा संविधान महिलाओं को समानता प्रदान करता है। लोकतांत्रिक देश में हमारे कानूनों, विकास नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं की उन्नति प्रदान करता है।
हमारे मौलिक अधिकार, महिला एवं पुरूष के बीच, कानून की समान सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, धर्म, जाति, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव को प्रतिबंधित करता है, और रोजगार से संबंधित मामलों में सभी नागरिकों को अवसर की समानता की गारंटी देता है।
वर्तमान समय में उपयोग होने वाली महिला सुरक्षा हेल्पलाइन स0, हर जिलों में खुले महिला थानों की कार्यशाली, कुटुम्ब प्रोजेक्ट, पिंक बूथ की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इसके उपरांत मण्डल परिचालन प्रबन्धक (कोचिंग) डा0 शिल्पी कनौजिया ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ’कार्य स्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम’ (Prevention of Sexual Harassment at the Work place) विषय पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होने ‘विशाखा बनाम राजस्थान राज्य’ मामले के फैसले पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी स्पष्ट गाइड लाइन का हवाला दिया कि ‘ऐसा कोई भी अप्रिय हाव-भाव, व्यवहार, शब्द या कोई पहल जो यौन प्रकृति की हो, उसे यौन उत्पीड़न ही माना जाएगा।  
 प्रत्येक संगठन का यह दायित्व होगा कि महिला यौन उत्पीड़न से निवारण के लिये अनिवार्य रूप से एक शिकायत समिति की स्थापना करना होगा, जिसकी प्रमुख कोई महिला ही होनी चाहिये। नियमों के उल्लंघनकर्ता के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जानी चाहिये और पीड़िता के हितों की रक्षा की जानी चाहिये। महिला कर्मचारियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाया जाना चाहिये।
अतिथि प्रवक्ता डा0 हर्षिता खान, प्रोग्राम मैनेजर/सहयोग’ ने ’कार्यस्थल पर लिंग भेदभाव और यौन उत्पीड़न की अवधारणा’ (Concept of Gender Discrimination & Sexual Harassment at work place) विषय पर कहा कि महिलाओं के भेदभाव के लिए लिंग पूर्वाग्रह और पितृसत्ता जिम्मेदार थी। बेटियों को और अधिक स्वतंत्रता दी जानी चाहिए। जब सहकर्मी या पर्यवेक्षक का व्यवहार कार्य पर शत्रुतापूर्ण, भयभीत या आपत्तिजनक वातावरण बनाता है। तो वह व्यक्ति उसकी नौकरी करने की क्षमता में हस्तक्षेप करता है, तो वह महिलाओं के साथ भेदभाव की श्रेणी में आता है।
अन्त मंे वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त श्री अमित प्रकाश मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि मण्डल में रेलवे सुरक्षा बल, महिला टीम द्वारा ’मेरी सहेली’ अभियान में सक्रियता से महिला यात्रियों को बहुत सहायता प्राप्त हो रही है। जिसकी सराहना की जाती है। मण्डल रेल प्रबन्धक महोदया का आभार व्यक्त किया कि उन्होने कार्यशाला में उपस्थित होकर हम सभी का समुचित मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन मण्डल निरीक्षक, रेलवे सुरक्षा बल श्री अशरफ सिद्दीक़ी ने किया।
इस अवसर पर समस्त शाखा अधिकारी, रेल कर्मी, रेलवे सुरक्षा बल स्टाफ मौजूद थे।

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