- 15000 प्रतिमाह से कम आय वाले होंगे पात्र
- दिव्यांग जनों को भी मिलेगा सहायक उपकरणबैठक करते जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन
बस्ती । राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अंतर्गत गरीब वृद्ध लोगों को सहायक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए मार्च में कैंप का आयोजन किया जाएगा। उक्त जानकारी जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने दी है। उन्होंने बताया कि इस योजना की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2017 में किया गया। इस योजना के अंतर्गत देश के बृद्ध नागरिकों को केंद्र सरकार के द्वारा जीवन सहायक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। यह सहायक उपकरण उच्च गुणवत्ता से युक्त होंगे और इनको भारत मानक ब्यूरो द्वारा तय मापदंडों के अनुसार तैयार किया गया है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए उन्होंने पात्र वृद्ध लोगों के चयन का निर्देश दिया है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले वृद्ध बेसहारा लोगों को वाकिंग स्टिक, एल्बो ककरोचेस, ट्राई पोडस, क्वैड पोड, सुनने का यंत्र, व्हीलचेयर, .त्रिम डेचरस, स्पेक्ट्लस सहित 18 प्रकार के उपकरण दिए जाएंगे। इसके लिए रु०15000 प्रति माह से कम का आय प्रमाण पत्र तथा आधार कार्ड आवश्यक है।जिलाधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिया है कि लगभग 01 लाख वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थी में से उपकरण के योग्य लाभार्थियों का चयन कर सूची उपलब्ध कराएं। इस कार्य में संबंधित खंड विकास अधिकारी तथा ग्राम पंचायत विकास अधिकारी आवश्यक सहयोग करेंगे।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार की एडिप योजना के तहत दिव्यांग जनों का परीक्षण कर उन्हें भी सहायक उपकरण उपलब्ध कराया जाएगा। वर्तमान समय में ब्लॉकों में परीक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं तथा इनके द्वारा चयनित दिव्यांगों का परीक्षण विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा किया जाएगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए 40 प्रतिशत या उससे अधिक दिव्यांगता का प्रमाण पत्र तथा रु० 15000 प्रतिमाह या उससे कम का आय प्रमाण पत्र, मनरेगा कार्ड या दिव्यांगता पेंशन प्रपत्र की छाया प्रति संलग्न करना होगा। पहचान के लिए आधार कार्ड या वोटर कार्ड या सरकार द्वारा प्रदत्त कोई अन्य पहचान पत्र की छाया प्रति लगानी होगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि पोलियो करेक्टिव सर्जरी के लिए जीरो से 24 वर्ष के पैरों से विकलांग व्यक्तियों का चयन किया जा रहा है। अभी तक 167 ऐसे लोगों का चयन किया गया है। इसके लिए कुल 120 रोगियों के चयन का लक्ष्य है। इसमें वह विकलांग बच्चे जो विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं आ सकते हैं। लाभार्थी को अपने साथ रु०60000 वार्षिक आय प्रमाण पत्र, दिव्यांगता प्रमाण पत्र तथा दो फोटो लाना होगा। ऑपरेशन के लिए पात्र पाए गए व्यक्तियों का 07 एवं 08 मार्च को जिला अस्पताल में अस्पताल में ऑपरेशन किया जाएगा। ऑपरेशन के इच्छुक व्यक्ति संबंधित ब्लाक पर संपर्क कर सकते।
जिलाधिकारी ने तीनों प्रकार के कैंप आयोजन, लाभार्थियों के चयन, एवं संपूर्ण व्यवस्था के लिए परियोजना निदेशक डीआरडीए आरपी सिंह तथा उपनिदेशक दिव्यांगजन अनूप कुमार सिंह को नोडल नामित किया है। उन्होंने दोनों अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वें कैंप आयोजन के संबंध में तिथिवार अलग-अलग कार्ययोजना प्रस्तुत करें। साथ ही विभिन्न कार्यों के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को नोडल बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करें।
बैठक का संचालन उपनिदेशक दिव्यांगजन अनूप कुमार सिंह ने किया। बैठक में उप जिलाधिकारी सदर आशाराम वर्मा, परियोजना निदेशक आरपी सिंह, उपायुक्त मनरेगा इंद्रपाल सिंह, समाज कल्याण अधिकारी राम नगीना यादव, एलिमको कैप परियोजना प्रबंधक रोहित वर्मा, कार्यशाला प्रबंधक गिरीश गुप्ता, पंडित दीनदयाल उपाध्याय विकलांग जन, नई दिल्ली के चिकित्सक, डॉ० सीके वर्मा, डॉ० फखरेयार हुसैन, प्रभारी डीपीओ मिथिलेश बौद्ध, तथा सभी खंड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
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