गोरखपुर : 14 फरवरी को जंहा पूरा विश्व प्यार बांटने वाले संत वैलेंटाइन के नाम पर प्रेम दिवस मना रहा है। वहीं गोरखपुर के एक स्कूल के बच्चों ने इस अवसर पर मातृ-पितृ दिवस मनाकार पश्चिमी सभ्यता के इस पर्व का अनोखा बहिष्कार किया।
माता पिता दिवस आयोजन की शुरुआत मुख्य अतिथि मुख्य रविंद्र कुमार श्रीवास्तव उर्फ जुगानी भाई और आयोजक राकेश सिंह पहलवान ने पुलवामा हमले में हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करके पुष्प अर्पित किए, पौधा रोपण किए ,उसके पश्चात मां सरस्वती तस्वीर पर पुष्प अर्पित करके व दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छात्राओं ने मुख्य अतिथि का स्वागत बैच लगाकर के किया।
गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र स्थित एक पब्लिक स्कूल में आज नन्हे मुन्नों द्वारा वैलेंटाइन डे की जगह पर मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया। बच्चों का कहना था कि हम जो इस दुनिया में आए हैं वो हमारे माता पिता की देन है। हमारी कोशिश रहेगी कि आज बाल्यावस्था में हमारी पहचान माता पिता से है और भविष्य में उनकी पहचान हमसे हो। इसके लिए बाल्यकाल से हमारे पूज्य माता पिता द्वारा हमे दिए गए संस्कार,सभ्यता का हम बेहतर अनुपालन करके भविष्य में बेहतर नागरिक और बेहतर समाज का निर्माण कर सकें। जिससे हमारे माता पिता का सिर हमेशा गर्व से ऊंचा रहे।
अधिकतर यह माना जाता है कि वैलेंटाइन डे के मौके पर अपनों से प्यार का इजहार करते हैं और बताते हैं कि आप उनके लिए कितने प्रिय हम हैं। अधिकतर युवा प्रेमियों के लिए इससे उनकी दुनिया उनकी प्रेमिका तक ही सिमट कर रह जाते है। लेकिन गोरखपुर में ऐसे माहौल को बदलने का प्रयास किया जा रहा है जिले के स्कूलों में बच्चे इस दिन को मातृ पितृ पूजन दिवस के रूप में मना रहे हैं।
बच्चों ने गीत के द्वारा अपनी भावनाओं का इजहार किया। इसके बाद अपने माता-पिता एक साथ बैठाकर उनकी विधिवत पूजा भारती की और पुष्प अर्पित किए माता पिता की आरती उतारी ,तिलक लगाया इसके बाद बच्चों ने माता-पिता के चारों ओर सात फेरे लिए उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया और जताया कि उनके लिए सभी देवी देवताओं और तीर्थ से ऊपर उनके माता-पिता है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में आए बच्चों के माता-पिता भी अपने बच्चों को सम्मान देते कुछ लोगो के आँखों मे आँसू भर आय।
रिपोर्ट---अमित कुमार
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