गोरखपुर : वैश्विक महामारी कोरोना को मात देने की तैयारी अंतिम चरण में है. मकर संक्रांति यानी 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। इसे लेकर पूरे प्रदेश सहित गोरखपुर में भी ड्राई रन की प्रक्रिया को पूरा किया गया। कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान आने वाली समस्या और असुविधा को परखने के लिए ड्राई रन किया जा रहा है। गोरखपुर के जिला महिला चिकित्सालय में ड्राई रन के लिए दो बूथ बनाए गए हैं। यहां पर निरीक्षण के बाद खुद गोरखपुर के सीएमओ डा. सुधाकर पाण्डेय ने वैक्सीन लगवाई और उसके बाद कुछ समय प्रतीक्षालय में गुजारा।
गोरखपुर के शहरी क्षेत्र में तीन और ग्रामीण क्षेत्र में तीन यानी कुल छह जगहों पर वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन की प्रक्रिया को पूरा किया गया। इसमें गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज, जिला महिला चिकित्सालय, नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र शाहपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कैंपियरगंज, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोराबार और भटहट पर ड्राई रन किया गया। हर अस्पताल पर 25-25 स्वास्थ्यकर्मियों को बुलाया गया है। जिला महिला चिकित्सालय पर गोरखपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डा. सुधाकर पाण्डेय ने बनाए गए दोनों बूथों का निरीक्षण किया।
दोनों बूथों पर चाक-चौबंद व्यवस्था के साथ कोविड प्रोटोकॉल का भी पूरी तरह से ध्यान रखा गया है। वैक्सीनेश के बाद लाभार्थी को आधे घंटे का समय प्रतीक्षालय में गुजारना होगा। गोरखपुर के जिला महिला चिकित्सालय पर बूथ नंबर-1 पर पहले लाभार्थी के रूप में खुद गोरखपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुधाकर पाण्डेय ने वैक्सीन लगवाया। इसके बाद उन्हें आधे घंटे के लिए प्रतीक्षालय में रखा गया। जिससे इस बात के लिए आश्वस्त हुआ जा सके कि उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं हुई।
वैक्सीनेशन के बाद प्रतीक्षालय में पहुंचे सीएमओ डा. सुधाकर पाण्डेय ने पहले लाभार्थी के रूप में बताया कि वे काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं। उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या या साइडइफेक्ट नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि ड्राई रन में टीकाकरण को छोड़कर वे सारी गतिविधियां होती हैं, जो टीकाकरण में होती हैं। इसमें लाभार्थी के मोबाइल पर एक मैसेज आएगा कि उसका टीकाकरण होना है। इसके बाद ये सुनिश्चित होने के बाद कि वे व्यक्ति वहीं हैं। उनका हाथ सेनेटाइज करने के बाद वेटिंग एरिया में बैठाया जाएगा। टीकाकरण के बाद 30 मिनट के लिए प्रतीक्षालय में रखा जाएगा। जिससे ये परखा जा सके कि किसी भी तरह का साइडइफेक्ट तो नहीं हो रहा है। टीकारण के दौरान भी इसी तरह से हम लोग व्यवस्था रखेंगे।
जिला महिला चिकित्सालय की प्रमुख अधीक्षिका डा. माला कुमारी सिन्हा ने बताया कि 100 लोगों का लक्ष्य रखा गया है। शासन के निर्देश के अनुसार प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले लाभार्थी का वैरिफिकेशन होगा। उसके बाद उन्हें कैप और मास्क लगाने के बाद टीकाकरण कक्ष में भेजेंगे. जहां पर लाभार्थी का टीकाकरण करने के बाद लाभार्थी को प्रतीक्षालय में रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि सीएमओ को पहले लाभार्थी के रूप में टीका लगाया गया है। वे अच्छा महसूस कर रहे हैं। किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर भी दवाओं और इंजेक्शन की व्यवस्था की गई है।
वैक्सीन के ड्राई रन की प्रक्रिया चल रही है. आम जन को भी वैक्सीन लगवाने के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा. आधार कार्ड छोड़कर शेष किसी भी फोटो युक्त परिचय पत्र के आधार पर पंजीकरण कराया जा सकता है. वैक्सीन के रख-रखाव की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। 41 कोल्ड चेन प्वाइंट बनाए गए हैं। 75 टीकाकरण बूथ बनाए गए हैं। एक बूथ पर 100 लोगों को बुलाया जाएगा। उन्हें समय से 15 मिनट पहले पहुंचना होगा। सभी स्वास्थ्य कर्मियों को समय और तिथि का मैसेज कोविन पोर्टल से भेजा जाएगा।
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