बस्ती : रेलवे रिजर्वेशन ई-टिकट के साफ्टवेयर रेडमिर्ची तथा ANMS को ऑन लाइन बेचने वाले हामिद अशरफ गैंग के दो प्रमुख सदस्यों जमीरुल हसन उर्फ लल्ला पुत्र स्व0 फकरुलहसन निवासी रमवापुर कला थाना कप्तानगंज जनपद बस्ती उम्र करीब 50 वर्ष और योगेन्द्र विश्वकर्मा पुत्र केशव प्रसाद विश्वकर्मा निवासी मो0 गल्ला मंडी ज्ञानपुर रोड, सुरियावां थाना सुरियावां जनपद भदौही उम्र 29 साल को निरीक्षक कपिल मुनि सिंह अपराध शाखा बस्ती, प्रभारी निरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल नरेन्द्र यादव व थानाध्यक्ष हरैया सर्वेश राय, निरीक्षक दशरथ प्रसाद सी0आई0बी0 गोरखपुर की संयुक्त टीम की कार्यवाही में मुरादीपुर चौराहा कस्बा हर्रैया के पास से समय करीब 19.30 बजे गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से बिना नम्बर की एक अल्टो कार, एक लैपटाप, 6 मोबाइल, 03 फ़र्ज़ी आधार कार्ड, 01 ड्राइविंग लाइसेन्स, पैन कार्ड, आधार कार्ड, व डेविट कार्ड एक्सीस बैंक एवं अन्य दस्तावेज , ICICI बैंक में जमिरुलहसन स्वंय व इनकी पत्नी एवं बच्चीयों के नाम बाण्ड कुल कीमत करीब 60 लाख रुपये। बिभिन्न बैंको के कुल 18 खातों में कुल 30 लाख रुपये जिन्हे जब्त कराया जा रहा, इनके पास बुक, व 15 चेक बुक बरामद किया गया जिन्हे फ्रीज कराये जा रहे है। इसके साथ रजिस्ट्री व जमीन के कागजात कुल 73 पन्ना का बरामद हुआ है।
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधिक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि 08 दिसम्बर 2019 में ई-टिकट साफ्टवेयर को ऑनलाइन बेचने का मामला प्रकाश में आया था। साफ्टवेयर बेचने वाले गैंग के सरगना हामिद असरफ निवासी रमवापुर कला थाना कप्तानगंज जनपद बस्ती के द्वारा ई-टिकट साफ्टवेयर को ऑनलाइन सम्पूर्ण भारत मे बेच कर पैसों को विभिन्न फ़र्ज़ी पोर्टल व बैंक खातो के माध्यम से अपने कई साथियों के साथ मिलकर अर्जित धनराशिं को अपने पिता, मामा एवं अन्य रिश्तेदारो के नाम से सम्पत्तियां क्रय की है। इस सम्पूर्ण कार्य में फर्जी पोर्टल अकाउन्ट खोलने के लिये कूट रचित दस्तावेज एवं मोबाइल सिम आदि को इनके साथियों तथा पारिवारिक सदस्यो के सहयोग से उपलब्ध कराये जाते है। प्राप्त धनराशि का उपयोग हामिद अशरफ एवं इनके पिता जमिरुल हसन उर्फ लल्ला एवं मामा वसीम अन्सारी के द्वारा किया जाता है। इस गैंग का गिरफ्तार अभियुक्त योगेन्द्र विश्वकर्मा पुत्र ओम प्रकाश विश्वकर्मा उपरोक्त एक प्रमुख सदस्य है। इन लोगों ने मिलकर संयुक्त रूप से एक कम्पनी कम्पनी KYR Broadband PR LTD भी खोली है, इस कम्पनी के माध्यम से अपनी अवैध सम्पत्ति को वैध किये जाने का कार्य किया जाना था। यह हामिद अशरफ के रेडमिर्ची/ANMS सॉफ्टवेयर को सम्पूर्ण भारत में ऑनलाइन सुपरसेलर , पैनल एजेंट के जरिये टिकट एजेंटों बेच कर पैसों को विभिन्न डिजिटल तरीके से smartshop के माध्यम से पोर्टल खातों में ट्रांसफर कर अपने स्वंय के खाते व गोल्ड मिडिया नामक कम्पनी जो अभियुक्त योगेन्द्र विश्वकर्मा के नाम से है के माध्यम से अभियुक्त हामिद अशरफ के बैंक खाते में भेजी जाती थी, तथा विभिन्न स्रोतो से प्राप्त अवैध नगद धनराशि हामिद अशरफ के पिता जमिरुल हसन उर्फ लल्ला एवं मामा वसीम अन्सारी को बस्ती लाकर इनके घर पर दिया जाता था। योगेन्द्र विश्वकर्मा द्वारा विगत 02 वर्षो में काफी धनराशि, नगद प्रत्येक माह 30 से 50 लाख रुपये दिया जाना बताया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त जमिरुलहसन उर्फ लल्ला द्वारा प्राप्त उपरोक्त धनराशि का उपयोग स्वंय के नाम तथा अपने परिवार जनो एवं रिस्तेदारो के नाम जनपद बस्ती एवं मुम्बई मे जमीन व मकान क्रय किया जाना स्वीकार किया गया है।
काली कमाई से बनायी अकूत सम्पत्ति
अहमदनगर (मुम्बई) में प्लाट 7000 वर्गफिट जिसकी कीमत करीब 02 करोङ रुपये, घनसैनी;थाणे (मुम्बई) में फ्लैट कीमत करीब 01 करोङ रूपये , कप्तानगंज जनपद बस्ती में मछली मण्डी के पास जमीन करीब 5 विस्वा जमीन कीमत करीब 25 लाख रुपये, बस्ती टोल प्लाजा के पास जमीन कीमत करीब 25 लाख रुपये,HMD माल जो कस्बा कप्तानगंज में बना है जिसकी लागत करीब 3 करोङ है, कठार जंगल में कुल 15 बीघा जमीन कीमत करीब 1.25 करोङ रूपये, वायरलेस चौराहा कस्बा कप्तानगंज से थाने की तरफ जाने वाली रोड पर 12 विस्वा जमीन व व्यवसायिक दूकानें कीमत करीब 02 करोङ रूपया, रमवापुर कला में 08 बिस्वा जमीन कीमत 25 लाख रुपया, कप्तानगंज कस्बे में किराना मार्ट कीमत करीब 50 लाख रुपया, बनकटा मिश्र में जमीन ढाई बीघा कीमत 01 करोङ रुपये, ग्राम रमवापुर में एक मुर्गी फार्म हाऊस कीमत 10 लाख रुपये
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